Diwali 2024 News: दिवाली का पर्व इस बार देशभर में दो अलग-अलग तिथियों, 31 अक्टूबर और 1 नवंबर को मनाया गया। इस साल दिवाली की तारीख को लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति देखने को मिली। परंपरागत रूप से दिवाली कार्तिक माह की अमावस्या तिथि पर मनाई जाती है, जो इस बार 31 अक्टूबर को दोपहर 3:22 बजे शुरू होकर 1 नवंबर की शाम 6:16 बजे समाप्त हो रही है। ऐसे में कई राज्यों में 31 अक्टूबर को दिवाली मनाई गई, जबकि कुछ स्थानों पर 1 नवंबर को लक्ष्मी पूजन किया जाएगा।
दो अलग-अलग दिनों पर दिवाली का उत्सव
देश के कई हिस्सों में 31 अक्टूबर को दिवाली मनाई गई थी, और कई अन्य राज्यों जैसे दिल्ली, मुंबई, राजस्थान, उत्तराखंड में दिवाली 1 नवंबर को मनाई जाएगी। हालांकि, दिल्ली और मुंबई के कुछ क्षेत्रों में 31 अक्टूबर को ही दिवाली का आयोजन हो चुका है, लेकिन बाकी इलाकों में इसे आज 1 नवंबर को मनाया जा रहा है। ऐसे में लोग समझ नहीं पा रहे थे कि किस दिन दिवाली का सही समय है।
1 नवंबर को दिवाली का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, 1 नवंबर को शाम 5:36 से 6:16 बजे तक का समय लक्ष्मी पूजन के लिए शुभ माना गया है। इस दौरान भक्तों के पास 41 मिनट का समय होगा जब वे मां लक्ष्मी का पूजन कर सकेंगे। इस तरह एक अतिरिक्त दिन तक दिवाली का उत्साह बना रहेगा, खासकर उन जगहों पर जहां उदयातिथि के अनुसार त्योहार मनाने का चलन है।
महाराष्ट्र और उत्तराखंड में दो दिन का मतभेद
मुंबई और उत्तराखंड में दिवाली को लेकर अलग-अलग मत हैं। मुंबई में 31 अक्टूबर को ही दिवाली मनाने का चलन था, लेकिन इस बार कई इलाकों में इसे 1 नवंबर को मनाया जाएगा। उत्तराखंड में भी ज्योतिष के अनुसार 1 नवंबर को दिवाली का दिन निर्धारित किया गया है। इन राज्यों में कई स्थानों पर सरकारी छुट्टी 31 अक्टूबर को घोषित थी, जिसके चलते कई लोगों ने उसी दिन दीपावली मना ली।
धर्म ग्रंथों का अनुसरण
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, यदि दो दिनों तक प्रदोष काल में अमावस्या का योग बनता है तो दूसरे दिन का अमावस्या में लक्ष्मी पूजन करना श्रेष्ठ माना जाता है। इसलिए उदयातिथि के अनुसार, राजस्थान, उत्तराखंड, और मुंबई जैसे स्थानों में आज 1 नवंबर को ही दिवाली मनाई जा रही है।
इस प्रकार, दिवाली के इस अद्वितीय उत्सव में जहां एक ओर असमंजस की स्थिति रही, वहीं दूसरी ओर लोगों ने परंपराओं और धार्मिक मान्यताओं का पालन करते हुए अपनी श्रद्धा के साथ यह पर्व मनाया।