+

IND vs NZ:जसप्रीत बुमराह होंगे मुंबई टेस्ट में प्लेइंग-11 से बाहर? कोच के बयान से हो गया साफ

IND vs NZ: भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का आखिरी मुकाबला मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 1 नवंबर से शुरू होगा. ऐसी अटकलें हैं कि जसप्रीत

IND vs NZ: भारतीय क्रिकेट टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ जारी टेस्ट सीरीज में तीसरे और अंतिम मैच में क्लीन स्वीप से बचने के इरादे से उतरेगी। यह मुकाबला 1 नवंबर से मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा। शुरुआती दो टेस्ट मैचों में न्यूजीलैंड के सामने भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा, जिसके चलते भारत को 12 साल में पहली बार घरेलू मैदान पर टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा। न्यूजीलैंड ने सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त लेकर इतिहास रच दिया है।

जसप्रीत बुमराह को आराम देने की योजना नहीं

तीसरे टेस्ट से पहले कई चर्चाओं में यह बात सामने आई थी कि जसप्रीत बुमराह को आराम दिया जा सकता है। हालांकि, भारतीय टीम के बैटिंग कोच अभिषेक नायर ने इस पर स्थिति स्पष्ट कर दी। नायर ने कहा कि टीम मैनेजमेंट की ओर से ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है। नायर ने यह भी बताया कि बुमराह ने पहले दो टेस्ट मैचों में लगभग 20-25 ओवर ही गेंदबाजी की है, इसलिए उनके वर्कलोड को देखते हुए फिलहाल उन्हें आराम देने की जरूरत नहीं समझी जा रही है।

टीम में कोई नया खिलाड़ी शामिल नहीं

नायर ने तीसरे टेस्ट से पहले एक अहम जानकारी देते हुए कहा कि टीम में किसी अतिरिक्त खिलाड़ी को शामिल नहीं किया गया है। हालांकि, यह खबर आई थी कि हर्षित राणा को टीम के साथ अभ्यास और गेंदबाजी के लिए बुलाया गया है, लेकिन नायर ने इन अटकलों का खंडन किया। राणा, जो कि दिल्ली के एक मीडियम पेसर हैं और ऑस्ट्रेलिया दौरे की टीम में भी चयनित हैं, केवल प्रशिक्षण का हिस्सा हैं।

पिच और मौसम का हाल: तेज गेंदबाजों को मौका

नायर ने वानखेड़े की पिच और मौसम के संदर्भ में बताया कि तेज गेंदबाजों को यहां कुछ मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा कि मुंबई में सर्दियों के दौरान सुबह के समय थोड़ी नमी और ओस रहती है, जिससे पहले सत्र में तेज गेंदबाजों को स्विंग मिल सकती है। हालांकि, पिच ढकी होने के कारण इसकी वास्तविक स्थिति अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है, लेकिन नायर का मानना है कि अगर पिच थोड़ी सख्त हुई तो तेज गेंदबाजों को पहले सत्र में फायदा मिल सकता है।

आत्मचिंतन की आवश्यकता

भारतीय टीम के लिए यह सीरीज आत्मचिंतन का एक अवसर भी है, क्योंकि घरेलू मैदान पर सीरीज गंवाने का यह दर्दनाक अनुभव उनके लिए एक दशक से अधिक समय बाद आया है। नायर का कहना है कि टीम को इस हार से सबक लेना होगा और अपनी कमजोरियों पर विचार करना होगा। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी पांच टेस्ट मैचों की लंबी सीरीज से पहले यह उनके लिए रणनीति और मानसिकता में सुधार करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।

तीसरे टेस्ट में भारतीय टीम का इरादा

भारतीय टीम इस तीसरे टेस्ट में सम्मान बचाने और एक ठोस प्रदर्शन करने के इरादे से उतरेगी। अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का संतुलन बनाए रखते हुए टीम को अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी में मजबूती दिखानी होगी। न्यूज़ीलैंड के खिलाफ इस अंतिम टेस्ट में जीत के साथ ही भारतीय टीम घरेलू दर्शकों को निराशा से उबारने का प्रयास करेगी।

facebook twitter