Loksabha Election Result: उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने सूबे में बीजेपी के खराब प्रदर्शन की वजहें बताई हैं. उन्होंने तीन कारण गिनाए हैं. धर्मवीर प्रजापति के मुताबिक, संविधान और आरक्षण बीजेपी के लिए नुकसान साबित हुआ. हम इन आरोपों का जवाब नहीं दे पाए. उन्होंने कहा कि कुछ उम्मीदवार के खिलाफ नाराजगी थी, इसका आकलन नहीं हुआ.
धर्मवीर प्रजापति के मुताबिक, बीजेपी संविधान और आरक्षण पर विपक्ष के आरोपों का जवाब नहीं दे पाई. ओमप्रकाश राजभर और संजय निषाद के बेटे चुनाव हार गए है. उनके बयानों ने नुकसान पहुंचाया है. राजभर के बेटे अरविंद राजभर घोषी से चुनाव लड़ रहे थे. उन्हें हार का सामना करना पड़ा. वहीं संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद को संतकबीरनगर से शिकस्त का सामना करना पड़ा.
10 सालों में यूपी में बीजेपी का सबसे खराब प्रदर्शन
चुनाव आयोग के मुताबिक, यूपी में बीजेपी 33 सीटों पर जीतने में सफल रही. सपा के खाते में 37 सीटें आई. 6 पर कांग्रेस और 2 पर आरएलडी ने जीत दर्ज की. पिछले 10 सालों में यूपी में बीजेपी का ये सबसे खराब प्रदर्शन है. 2014 और 2019 के चुनाव में उसने 60 से ज्यादा सीटें हासिल की थी. इस बार उसका लक्ष्य मिशन 80 था, लेकिन वो इसकी आधी सीटें भी नहीं हासिल कर पाई.
कई केंद्रीय मंत्री हारे
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस बार भी यूपी से लड़ रहे थे. वे अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र में जीत दर्ज करने में कामयाब रहे. हालांकि केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी और केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री महेंद्र नाथ पांडे चुनाव हार गए. प्रधानमंत्री मोदी के अलावा उत्तर प्रदेश से 11 केंद्रीय मंत्री चुनावी मैदान में थे.
निर्वाचन आयोग के अनुसार, चुनाव में जीत हासिल करने वाले केंद्रीय मंत्रियों में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, कानून एवं न्याय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल और उपभोक्ता मामले एवं उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल शामिल हैं. इसके अलावा स्मृति ईरानी, महेंद्र नाथ पांडेय, संजीव कुमार बालियान, साध्वी निरंजन ज्योति पटेल, भानु प्रताप सिंह वर्मा, कौशल किशोर और अजय मिश्रा चुनाव हार गए.