US Presidential Election: अमेरिका में राष्ट्रपति पद की दौड़ निर्णायक मोड़ पर है। देश के प्रमुख स्विंग स्टेट्स – पेंसिल्वेनिया, मिशिगन, विस्कॉन्सिन, नेवादा, एरिजोना, जॉर्जिया और उत्तरी कैरोलिना में मुकाबला असाधारण रूप से करीबी बना हुआ है। न्यूयॉर्क टाइम्स/सिएना के अंतिम सर्वेक्षण में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के बीच बहुत कम अंतर है।
रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रंप की चुनौती
राष्ट्रव्यापी मतदान में ट्रंप की लोकप्रियता 43 प्रतिशत पर स्थिर है। पिछले चुनावों में भी वे राष्ट्रीय लोकप्रिय वोट में 50 प्रतिशत के आंकड़े तक नहीं पहुंच सके थे। इसका मतलब है कि उनका समर्थन सीमित है। रिपब्लिकन पार्टी के भीतर भी असंतोष देखने को मिला, जब कई पार्टी सदस्यों ने प्राइमरी में ट्रंप के बजाय अन्य उम्मीदवारों का समर्थन किया।
यह संभावना जताई जा रही है कि कई रिपब्लिकन मतदाता ट्रंप को वोट देने से बच सकते हैं या कुछ दूसरे उम्मीदवारों को समर्थन दे सकते हैं। कई विश्लेषकों का मानना है कि पार्टी के भीतर ट्रंप के प्रति इस असहमति से हैरिस को अप्रत्याशित लाभ मिल सकता है।
देश का मूड: बदलाव की मांग
इस चुनाव में देश की मौजूदा स्थिति और जनता के असंतोष की भूमिका भी अहम होगी। सर्वेक्षणों के अनुसार, 60-70 प्रतिशत अमेरिकियों का मानना है कि देश गलत दिशा में जा रहा है। इस भावना का असर मौजूदा व्हाइट हाउस प्रशासन पर पड़ सकता है, जिसमें हैरिस उपराष्ट्रपति रही हैं।
मुख्य मुद्दों में घरेलू बजट, बढ़ती महंगाई और आर्थिक सुरक्षा पर मतदाताओं की चिंताएं शामिल हैं। स्विंग स्टेट्स के मतदाताओं के बीच आर्थिक मामलों में ट्रंप को अधिक सक्षम माना जा रहा है। इसके साथ ही आव्रजन को लेकर भी ट्रंप को बढ़त हासिल है।
महिला मतदाताओं का समर्थन हैरिस के पक्ष में
गर्भपात अधिकार और प्रजनन स्वास्थ्य का मुद्दा इस चुनाव में महत्वपूर्ण है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से गर्भपात के अधिकार को राज्य स्तर पर छोड़ देने के बाद महिलाओं में गहरा असंतोष है। हैरिस इस मुद्दे पर समर्थन हासिल करने में सफल रही हैं और कई सर्वेक्षणों में महिला मतदाताओं का झुकाव उनके पक्ष में देखा जा रहा है।
अमेरिकी लोकतंत्र का भविष्य
अमेरिकी लोकतंत्र का भविष्य भी इस चुनाव में एक बड़ा मुद्दा है। मतदाताओं के एक बड़े हिस्से ने ट्रंप को लोकतंत्र के लिए खतरा माना है। हैरिस ने लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखने, विभाजन को कम करने और पार्टियों के बीच समन्वय पर जोर दिया है।
कौन जीत की ओर?
सर्वेक्षणों के आधार पर ट्रंप और हैरिस के बीच मुकाबला बहुत करीबी है। हैरिस के अभियान में यह विश्वास है कि अंतिम समय के मतदाता, विशेषकर महिलाएं, उनके पक्ष में झुकाव दिखा रही हैं। अगर हैरिस जीतती हैं, तो यह उनकी उस रणनीति का नतीजा होगा जिसमें उन्होंने चुनाव को ट्रंप के कार्यकाल पर जनमत संग्रह के रूप में पेश किया है।
दूसरी ओर, यदि ट्रंप जीतते हैं, तो यह संकेत होगा कि मतदाताओं ने आर्थिक और आव्रजन संबंधी चिंताओं के समाधान के लिए उन पर विश्वास जताया है।
आने वाले कुछ घंटों में स्विंग स्टेट्स के नतीजे तय करेंगे कि अगले चार सालों तक अमेरिका का नेतृत्व किसके हाथ में होगा।