Indian Cricket Team: मेलबर्न टेस्ट में भारत की हार के बाद, टीम इंडिया के दो दिग्गज खिलाड़ियों विराट कोहली और कप्तान रोहित शर्मा के संन्यास को लेकर चर्चाएं एक बार फिर से तेज हो गई हैं। दोनों खिलाड़ियों की खराब फॉर्म और बढ़ती उम्र के कारण यह सवाल उठ रहे हैं कि क्या वे जल्द ही क्रिकेट से संन्यास ले सकते हैं। हालांकि, इन दोनों दिग्गजों की ओर से इस विषय पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। इसी बीच, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर डैरेन लेहमन ने इस विषय पर बड़ा बयान दिया है।
रोहित और विराट के बिना भी टीम इंडिया होगी मजबूत
डैरेन लेहमन ने पीटीआई से बातचीत करते हुए कहा, “देखिए, जब भी रोहित और विराट संन्यास लेने का फैसला करेंगे, तब भी भारतीय क्रिकेट में कोई चिंता की बात नहीं होगी। भारत में इतनी युवा प्रतिभाएं हैं जो इन दोनों की जगह लेने के लिए तैयार हैं। वे लंबे समय तक भारतीय क्रिकेट के लिए महान खिलाड़ी रहे हैं और उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता, लेकिन जब ये दोनों खिलाड़ी संन्यास लेंगे तो भारतीय क्रिकेट अच्छी स्थिति में रहेगा।”
भारतीय क्रिकेट में गहराई है, चिंता की कोई बात नहीं
यह टिप्पणी इस सवाल के संदर्भ में आई है कि अगर रोहित और कोहली संन्यास लेते हैं, तो भारतीय टीम में उनकी जगह कौन लेगा। लेहमन ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "मुझे इसमें कोई चिंता नहीं है। भारतीय क्रिकेट में गहराई है, और युवा खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। वे अगले स्तर पर खेल रहे हैं, जिससे भारतीय क्रिकेट का भविष्य सुरक्षित है।"
ऑस्ट्रेलिया के लिए वर्ल्ड कप जीत चुके हैं डैरेन लेहमन
डैरेन लेहमन की क्रिकेट यात्रा भी अत्यंत सफल रही है। 54 वर्षीय लेहमन ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 27 टेस्ट मैचों में 5 शतकों के साथ 2909 रन बनाए हैं। वनडे में उन्होंने 117 मुकाबले खेले और चार शतक की मदद से 3784 रन बनाए। इसके अलावा, वे 1999 और 2003 में वर्ल्ड कप जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा थे। 1999 में ऑस्ट्रेलिया ने जब वर्ल्ड कप जीता था, तब वे टीम में थे, और 2003 में भी चैंपियन टीम का हिस्सा रहे थे, जिसमें उन्होंने 8 पारियों में 44.80 की औसत से 224 रन बनाए थे।
निष्कर्ष
रोहित शर्मा और विराट कोहली के संन्यास की चर्चा को लेकर भारतीय क्रिकेट में असमंजस बना हुआ है, लेकिन डैरेन लेहमन का यह बयान स्पष्ट करता है कि भारतीय क्रिकेट में काफी गहराई है और युवा प्रतिभाएं तैयार हैं। इसके बावजूद, इन दोनों दिग्गज खिलाड़ियों के योगदान को हमेशा याद किया जाएगा, और भारतीय क्रिकेट भविष्य में भी मजबूती से आगे बढ़ेगा।