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Delhi Election:सीएम आतिशी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी अलका लांबा, कांग्रेस ने कालकाजी से दिया टिकट

Delhi Election: कांग्रेस ने शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान में कहा कि अलका लांबा को कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र से आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए मैदान

Delhi Election: दिल्ली विधानसभा चुनाव में कालकाजी सीट पर इस बार दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है। कांग्रेस ने मौजूदा विधायक और आम आदमी पार्टी की प्रमुख महिला चेहरा आतिशी के खिलाफ अलका लांबा को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। कांग्रेस के इस फैसले से चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है और यह देखना दिलचस्प होगा कि यह मुकाबला किस दिशा में जाता है।

कांग्रेस ने अपनी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में घोषणा की कि अलका लांबा को कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से आगामी चुनाव में पार्टी का उम्मीदवार बनाया गया है। यह फैसला पार्टी के लिए रणनीतिक रूप से अहम माना जा रहा है, क्योंकि कालकाजी सीट पर आतिशी की मजबूत पकड़ है।

कौन हैं अलका लांबा?

अलका लांबा कांग्रेस की सीनियर नेता हैं और मौजूदा समय में अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष हैं। उनका राजनीतिक सफर काफी लंबा और विविधतापूर्ण रहा है। अलका लांबा कांग्रेस की छात्र इकाई NSUI की अध्यक्ष रह चुकी हैं और कांग्रेस वर्किंग कमेटी की सदस्य भी हैं।

अलका लांबा पहले आम आदमी पार्टी से भी जुड़ी रही हैं। 2015 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने आम आदमी पार्टी के टिकट पर चांदनी चौक सीट से चुनाव लड़ा और बीजेपी की उम्मीदवार सुमन गुप्ता को 18,000 से अधिक वोटों से हराकर जीत हासिल की। हालांकि, 2020 के विधानसभा चुनाव में वह कांग्रेस के टिकट पर चांदनी चौक सीट से चुनाव लड़ीं, लेकिन तीसरे स्थान पर रहीं। इस बार कांग्रेस ने उन्हें कालकाजी से मैदान में उतारकर एक बार फिर से उन्हें मौका दिया है।

अलका लांबा की चुनावी चुनौतियां

अलका लांबा को इस बार कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा। कालकाजी सीट पर मौजूदा विधायक आतिशी का मजबूत जनाधार है। आतिशी ने अपने कार्यकाल में शिक्षा और महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर काफी काम किया है, जिससे वह जनता के बीच लोकप्रिय हैं।

अलका लांबा के लिए सबसे बड़ी चुनौती अपनी पुरानी हार से उबरकर कांग्रेस को फिर से मजबूत करना है। कांग्रेस लंबे समय से दिल्ली की राजनीति में हाशिये पर रही है और अब वह अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने की कोशिश कर रही है।

बीजेपी और आम आदमी पार्टी पर अलका के हमले

चुनाव की घोषणा के बाद अलका लांबा ने बीजेपी और आम आदमी पार्टी पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने दोनों पार्टियों पर दिल्ली को बर्बाद करने का आरोप लगाया। अलका ने कहा कि पिछले दस सालों में बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच टकराव का खामियाजा दिल्ली की जनता को उठाना पड़ा है। उन्होंने बेरोजगारी, महंगाई, अपराध और भ्रष्टाचार को लेकर दोनों पार्टियों की आलोचना की।

अलका ने कहा, “आम आदमी पार्टी और बीजेपी ने मिलकर दिल्ली को बर्बाद कर दिया है। शासन और प्रशासन को मिलकर काम करना चाहिए था, लेकिन ये दोनों पार्टियां आपस में ही भिड़ती रहीं।” उन्होंने यह भी दावा किया कि इस बार दिल्ली की जनता कांग्रेस के साथ मिलकर बदलाव लाएगी।

कांग्रेस की रणनीति

कांग्रेस ने अलका लांबा को कालकाजी सीट से टिकट देकर यह संकेत दिया है कि वह महिला नेतृत्व को प्राथमिकता दे रही है। अलका लांबा तेजतर्रार और मुखर नेता मानी जाती हैं, और उनकी मौजूदगी से कांग्रेस को फायदा हो सकता है। पार्टी इस बार दिल्ली में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है।

कांग्रेस का मानना है कि दिल्ली की जनता बीजेपी और आम आदमी पार्टी के शासन से परेशान हो चुकी है और अब बदलाव चाहती है। कांग्रेस ने चुनाव प्रचार में अपने पुराने कार्यकाल की उपलब्धियों को सामने रखने का फैसला किया है और दिल्ली के मतदाताओं को यह विश्वास दिलाने की कोशिश कर रही है कि कांग्रेस ही बेहतर विकल्प है।

निष्कर्ष

कालकाजी विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला बेहद रोचक और कड़ा हो सकता है। एक तरफ आम आदमी पार्टी की आतिशी हैं, जो अपने कार्यों के लिए जानी जाती हैं, तो दूसरी तरफ कांग्रेस की तेजतर्रार नेता अलका लांबा मैदान में हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता किसे अपना प्रतिनिधि चुनती है। कांग्रेस के लिए यह चुनाव काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह पार्टी के लिए अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन को वापस पाने का मौका है। दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के लिए यह चुनाव अपनी सत्ता को बनाए रखने की चुनौती है। अब देखना यह होगा कि कौन इस मुकाबले में बाजी मारता है और कौन दिल्ली की राजनीति में नई दिशा देता है।

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