Vladimir Putin News: जहां भारत जैसे देश जनसंख्या विस्फोट से निपटने के लिए रणनीतियां बना रहे हैं, वहीं दुनिया के कई देश घटती जन्म दर से जूझ रहे हैं और अपनी आबादी बढ़ाने के लिए विभिन्न उपाय कर रहे हैं। क्षेत्रफल के लिहाज से दुनिया का सबसे बड़ा देश रूस भी इसी समस्या का सामना कर रहा है। रूस की सरकार घटती जनसंख्या की चुनौती से निपटने के लिए कई योजनाएं बना रही है, और यहां तक कि एक नया मंत्रालय बनाने पर भी विचार कर रही है, जिसे अनौपचारिक रूप से 'सेक्स मंत्रालय' कहा जा रहा है।
घटती जन्म दर और 'सेक्स मंत्रालय' की योजना
मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, रूसी सरकार देश में घटती जन्म दर को रोकने के लिए एक नया मंत्रालय बनाने की योजना बना रही है। यह प्रस्ताव रूस की संसद में पारिवारिक सुरक्षा, पितृत्व, मातृत्व, और बचपन समिति की अध्यक्ष नीना ओस्तानिना द्वारा प्रस्तुत किया गया है। 68 वर्षीय नीना ओस्तानिना ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के समर्थन में इस याचिका की समीक्षा शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि यह मंत्रालय जन्म दर बढ़ाने के उपायों पर ध्यान केंद्रित करेगा और लोगों को प्रजनन में सहयोग देने के लिए नीतियां बनाएगा।
युद्ध और जनसंख्या गिरावट
रूस की जनसंख्या में गिरावट का एक बड़ा कारण यूक्रेन में जारी युद्ध भी है। इस युद्ध में दोनों देशों को बड़ी संख्या में जानी नुकसान उठाना पड़ा है, जिससे रूस की आबादी पर नकारात्मक असर पड़ा है। तीन वर्षों से चल रहे इस युद्ध ने रूस की जनसंख्या वृद्धि पर भारी प्रभाव डाला है, और अब रूस इस चुनौती से निपटने के लिए नए उपाय अपना रहा है।
महिलाओं से प्रजनन को प्राथमिकता देने की अपील
रूस में डिप्टी मेयर अनास्तासिया राकोवा ने जन्म दर को बढ़ाने की जरूरत पर जोर देते हुए महिलाओं से प्रजनन को प्राथमिकता देने की अपील की है। उन्होंने मिरर को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि मास्को में एक परीक्षण उपलब्ध है जो महिलाओं के प्रजनन स्तर का पता लगाने में मदद करता है। उन्होंने यह भी कहा कि इस परीक्षण के जरिए महिलाओं की गर्भवती होने की संभावना का भी पता लगाया जा सकता है, जिससे उन्हें बच्चे पैदा करने की प्रेरणा दी जा सके।
एक अनोखा उपाय: रात में लाइट और इंटरनेट बंद
रूस की सरकार ने जन्म दर बढ़ाने के लिए कुछ अनोखे सुझाव भी दिए हैं। मिरर की रिपोर्ट में बताया गया है कि जन्म दर को प्रोत्साहित करने के लिए रात 10 बजे से सुबह 2 बजे के बीच इंटरनेट और यहां तक कि लाइट भी बंद करने का प्रस्ताव रखा गया है। यह सुझाव इस विचार पर आधारित है कि इस समय इंटरनेट और अन्य बाहरी ध्यान भटकाने वाले साधनों को बंद कर दिया जाए ताकि जोड़े एक-दूसरे के साथ अधिक समय बिता सकें और प्रजनन के लिए प्रेरित हो सकें।
निष्कर्ष
रूस में घटती जन्म दर एक गंभीर चिंता का विषय बन चुकी है, और इसके समाधान के लिए एक अलग मंत्रालय बनाने तक की बात हो रही है। रूस द्वारा अपनाए गए ये अनोखे उपाय दुनिया के अन्य देशों के लिए भी एक उदाहरण हो सकते हैं। हालांकि, यह देखा जाना बाकी है कि रूस की इन नीतियों से जनसंख्या वृद्धि में कितनी सफलता मिलती है। ऐसे प्रयास दर्शाते हैं कि जनसंख्या बढ़ाने के लिए सरकारें किस हद तक जा सकती हैं, जबकि दूसरी ओर, कुछ देश जनसंख्या नियंत्रण की ओर अधिक ध्यान दे रहे हैं।