Hathras Stampede: जिले में दो जुलाई की शाम को एक सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में 121 लोगों की मौत हुई। वहीं भगदड़ के बाद से सत्संग करने वाला बाबा नारायण हरि साकार फरार चल रहा था। नारायण हरि साकार को सूरजपाल उर्फ भोले बाबा कहकर भी बुलाया जाता है। वहीं सूरजपाल की तलाश में कई टीमें लगी हुई थीं। हालांकि अब सूरजपाल हाथरस में हुए हादसे के बाद पहली बार मीडिया के सामने आया है। सूरजपाल उर्फ भोले बाबा ने हाथरस में हुए हादसे पर दुख जताया है। उसने कहा है कि उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई होगी, लोग प्रशासन पर भरोसा बनाए रखें।
बता दें कि सूरजपाल उर्फ भोले बाबा ने एक वीडियो बयान में हाथरस भगदड़ की घटना पर कहा, 'हम 2 जुलाई की घटना के बाद बहुत ही व्यथित हैं। प्रभु हमें इस दुख की घड़ी से उभरने की शक्ति दें। सभी शासन और प्रशासन पर भरोसा बनाए रखें। हमें विश्वास है कि जो भी उपद्रवकारी हैं, उनको बख्शा नहीं जाएगा। मैंने अपने वकील ए. पी. सिंह के माध्यम से समिति के सदस्यों से अनुरोध किया है कि वे शोक संतप्त परिवारों और घायलों के साथ खड़े रहें और जीवन भर उनकी मदद करें।'
हादसे के 4 दिन बाद सामने आया बाबा सूरजपाल
हाथरस हादसे के बाद से ही बाबा सूरजपाल गायब था. हाहाकारी घटना के चार दिन बाद वो पहली बार सामने आया है. हालांकि, हादसे के करीब 30 घंटे बाद बाबा का एक लिखित बयान सामने आया था, जिसमें उसने मृतकों के खिलाफ दुख जताया था और घायलों को जल्द ठीक होने की कामना की थी. गुरुवार को जारी अपने लिखित संदेश में बाबा सूरजपाल कहा था कि कुछ अराजक तत्वों ने ये भगदड़ मचाई, जिसके कारण इतना बड़ा हादसा हुआ.
हाथरस की घटना से पूरे देश को हिलाकर रख दिया
हाथरस की इस ह्रदय विदारक घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया. मामला सुप्रीम कोर्ट चला गया है. कोर्ट के कामकाज को देखने के लिए बाबा सूरजपाल ने सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता एपी सिंह को हायर किया था. ये वही एपी सिंह हैं, जिन्होंने निर्भया कांड के आरोपियों, सीमा हैदर, 2020 हाथरस कांड के आरोपियों का केस लड़ा था. उधर, हादसे के मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर को गिरफ्तार कर लिया गया है.
बाबा के पास करोड़ों का साम्राज्य, कई राज्यों में अनुयायी
नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के पास करोड़ों का साम्राज्य है. कई राज्यों में बाबा सूरजपाल का आश्रम है. सूरज पाल खुद को भगवान का सेवक बताता है. भक्त उसे भगवान का अवतार मानते हैं. भोले बाबा जाटव समाज से ताल्लुक रखता है. गरीब तबकों में उसका ज्यादा भक्त है. एसटी-एसटी और ओबीसी समुदाय में उसकी गहरी पैठ है.
हाथरस, एटा, आगरा, मैनपुरी और शाहजहांपुर में उसका खासा प्रभाव है. यूपी, एमपी, राजस्थान में उसके काफी अनुयायी हैं. दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड में भी उसकी पैठ है. हर सत्संग में लाखों की भीड़ होती है. उत्तर प्रदेश में बाबा के करीब 25 आश्रम हैं.