Jharkhand Elections 2024: झारखंड में विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ चुकी है और सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में जुट गए हैं। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड के गढ़वा और चाईबासा में चुनावी रैली की, वहीं इस दौरान राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने पीएम मोदी के दौरे को लेकर बड़ा आरोप लगाया है। JMM का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम के कारण मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के हेलीकॉप्टर को उड़ान भरने की अनुमति देर से दी गई, जिससे उनकी रैली के कार्यक्रम में बाधा आई।
राष्ट्रपति को लिखा पत्र
JMM ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखते हुए आगामी विधानसभा चुनाव में स्टार प्रचारकों को समान अवसर देने की अपील की है। JMM के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने अपने पत्र में बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के झारखंड दौरे के कारण गढ़वा और चाईबासा में ‘नो-फ्लाई जोन’ घोषित किया गया था। मुख्यमंत्री सोरेन को दोपहर में पश्चिमी सिंहभूम के गुदड़ी में और फिर सिमडेगा के बाजार टांड़ में एक चुनावी सभा को संबोधित करना था, लेकिन सुरक्षा प्रोटोकॉल का हवाला देकर मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर को उड़ान की मंजूरी नहीं मिली। इससे हेमंत सोरेन का कार्यक्रम देर से शुरू हुआ, जिससे उनकी चुनावी सभा में व्यवधान उत्पन्न हुआ।
JMM का आरोप: समान अवसर में बाधा
JMM ने अपने पत्र में यह भी लिखा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में कोई सीधा टकराव नहीं था, क्योंकि दोनों के कार्यक्रमों के बीच स्थान और समय का अंतर था। JMM का दावा है कि चाईबासा और गुदड़ी के बीच की दूरी केवल 80 किलोमीटर है, वहीं सिमडेगा 90 किलोमीटर दूर है। पार्टी का आरोप है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के हेलीकॉप्टर को डेढ़ घंटे तक उड़ान भरने से रोका गया, जिससे वे समय पर अपनी रैली में नहीं पहुंच सके। JMM ने राष्ट्रपति से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग करते हुए सभी स्टार प्रचारकों के लिए समान अवसर की सुनिश्चितता की अपील की है।
चुनाव की तारीखें और तैयारियां
चुनाव आयोग ने हाल ही में झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा की है। राज्य की 81 विधानसभा सीटों पर दो चरणों में मतदान होगा। पहला चरण 13 नवंबर को और दूसरा चरण 20 नवंबर को संपन्न होगा। मतगणना 23 नवंबर को होगी, जिसके बाद चुनावी परिणाम घोषित किए जाएंगे।
निष्पक्ष चुनाव की मांग
JMM के आरोपों ने झारखंड में चुनावी माहौल को और भी गरमा दिया है। इस मामले में पार्टी ने चुनाव आयोग और राष्ट्रपति से निष्पक्ष चुनाव और समान अवसर की मांग की है। JMM के अनुसार, इस तरह की घटनाएं केवल राजनीतिक दलों के प्रचार कार्य में ही नहीं बल्कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में समानता के सिद्धांत के विरुद्ध भी हैं। राष्ट्रपति को लिखे गए इस पत्र के बाद सभी की नजरें चुनाव आयोग और राष्ट्रपति के फैसले पर हैं, जिससे यह देखा जा सकेगा कि इस मामले में कोई विशेष दिशा-निर्देश दिए जाते हैं या नहीं।
निष्कर्ष
झारखंड में चुनाव प्रचार का दौर जोर-शोर से जारी है। सभी राजनीतिक दलों की निगाहें राज्य की 81 विधानसभा सीटों पर हैं, और इस चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कार्यक्रमों के टकराव को लेकर उठे आरोप चुनावी माहौल को और अधिक संवेदनशील बना रहे हैं। JMM ने राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की मांग कर चुनावी प्रक्रिया में समानता और निष्पक्षता बनाए रखने पर जोर दिया है, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि सभी राजनीतिक दलों को प्रचार में समान अवसर मिलें।