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Bihar Political Crisis:'NDA में नीतीश कुमार आते हैं तो उनका स्वागत है'- NCP नेता प्रफुल्ल पटेल

Bihar Political Crisis: एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल का कहना है कि नीतीश कुमार अगर एनडीए में आते हैं तो उनका स्वागत है। प्रधानमंत्री मोदी भी उनके प्रति अच्छे भाव रखते हैं, वे पहले भी एनडीए का हिस्सा रह चुके हैं।

Bihar Political Crisis: NCP के वरिष्ठ नेता संसद प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार NDA में आते हैं तो उनका स्वागत है, बहुत खुशी होगी पहले भी  वो NDA के घटक रहे हुए हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके बारे में हरदम अच्छे भाव रखते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि विपक्ष केवल मोदी जी के विरोध में जुटा है, मोदी जी को हटाना यह कोई मकसद नहीं होता है। ठबंधन का इंडिया का जो नाम दिया है उसमें सिर्फ डॉट ही डॉट है, स्पीड ब्रेकर है। प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि उन्हें खुशी है कि नीतीश जी यह फैसला जल्द से जल्द लेते हैं तो और बेहतर होगा।

विपक्ष का एकमात्र एजेंडा, मोदी को हटाओ

NCP के सांसद प्रफुल्ल पटेल ने आगे कहा कि इंडिया अलायंस की पहली बैठक नीतीश जी के निमंत्रण पर वह पटना गए थे लेकिन वहां पर जो बातचीत हो रही थी उससे ऐसा नजर आ रहा था कि केवल मोदी जी का विरोध करने के लिए बैठक है। एकमात्र मकसद था कि मोदी हटाओ । ये देश को क्या बताना चाहते हैं? देश का विकास कैसे होगा, देश की समस्या कैसे दूर होगी, इसमें किसी को इंटरेस्ट नहीं था, बस फोटो खिंचवाओ, देश के सामने पॉजिटिव एजेंडा कुछ नहीं था।  इस संबंध में किसी की रुचि नहीं थी। मोदी जी को हटाओ, बस  एक यही एजेंडा था।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर राम मंदिर का निर्माण हुआ

वहीं राम मंदिर के सवाल पर प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि रामजी का मंदिर वहां पर बनना चाहिए, सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया था जिसे सभी समुदाय ने स्वीकार किया। कुछ भी गलत नहीं है। अब स्वाभाविक है मोदी जी हैं तभी यह सब संभव हो रहा है।

सीट बंटवारे पर कोई औपचारिक बैठक नहीं

महाराष्ट्र के गठबंधन के संबंध में उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी, शिवसेना और एनसीपी के बीच कोई औपचारिक बैठक सीटों के बंटवारे में अभी नहीं हुई है लेकिन आने वाले दिनों में हो जाएगी। महाराष्ट्र में महायुति के बीच अच्छे तरीके से समन्वय रखते हुए सीटों का बंटवारा हो जाएगा।

मराठा आरक्षण के संबंध में बोलते हुए प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि जरागे पाटिल का आंदोलन मराठा समाज को न्याय दिलाने के लिए था ,इसमें दो राय नहीं है। सरकार की भूमिका पहले से स्पष्ट थी, कुछ तकनीकी बातें थी, कुछ न्यायिक बातें थी, उसका कैसे समाधान करना यही प्रश्न था। सरकार ने उस प्रश्न का समाधान कर दिया है, बहुत ही अच्छी बात है।

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