CM Yogi News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के तीसरे चरण के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में किसानों को राहत और उत्साह का तोहफा दिया है। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को लखनऊ स्थित अपने आवास पर जेवर क्षेत्र के किसानों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने किसानों को मुआवजा ₹3100 प्रति वर्गमीटर से बढ़ाकर ₹4300 प्रति वर्गमीटर करने की घोषणा की। साथ ही, नियमानुसार ब्याज और पुनर्वास, रोजगार, तथा सेवायोजन के प्रबंध की भी बात कही।
किसानों का मुख्यमंत्री को धन्यवाद
योगी आदित्यनाथ की घोषणा से खुश किसानों ने ‘जय श्री राम’ के नारों से मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया। उन्होंने इस फैसले को ऐतिहासिक और उनकी ‘मनचाही मुराद’ बताया। मौके पर मुख्यमंत्री ने बताया कि अप्रैल 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एशिया के सबसे बड़े इस एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे।
तीसरे चरण की विशेषताएं और किसानों के लिए राहत
तीसरे चरण के भूमि अधिग्रहण में मुख्यमंत्री ने यीडा (यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण) के सीईओ को निर्देशित किया कि किसानों की सभी लंबित समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करें। इससे प्रभावित किसानों को उनकी जमीन का न्यायोचित मुआवजा और पुनर्वास मिलेगा।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की प्रगति और योजनाएं
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर, एशिया का सबसे बड़ा और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। इसका पहला चरण 2024-25 तक पूरा होने का लक्ष्य है। इस चरण में एयरपोर्ट 12 मिलियन यात्रियों की वार्षिक क्षमता के साथ काम शुरू करेगा। 2031 तक यह क्षमता 30 मिलियन और दो रनवे तक विस्तारित होगी।
एयरपोर्ट की चरणबद्ध विकास प्रक्रिया
- पहला चरण (2024-25): एक रनवे, 12 मिलियन यात्री क्षमता।
- दूसरा चरण (2031): दो रनवे, 30 मिलियन यात्री क्षमता।
- तीसरा और चौथा चरण: तीन अतिरिक्त रनवे, जिससे कुल क्षमता 295 मिलियन यात्री प्रति वर्ष तक बढ़ाई जाएगी।
औद्योगिक और रोजगार के अवसर
एयरपोर्ट का विकास केवल एक परिवहन हब नहीं होगा बल्कि औद्योगिक, व्यापारिक और पर्यटन के लिए वरदान साबित होगा। 40 एकड़ भूमि में MRO (मेंटेनेंस, रिपेयर, ओवरहॉलिंग) सुविधाओं के निर्माण से वैश्विक विमानन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। इससे हजारों रोजगार सृजित होंगे और विनिर्माण तथा निर्यात को प्रोत्साहन मिलेगा।
कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी बदलाव
एयरपोर्ट को यमुना एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरीफेरल रोड, और दिल्ली-वाराणसी हाईस्पीड रेल से जोड़ा जा रहा है। प्रस्तावित RRTS रेल परियोजना से दिल्ली से नोएडा एयरपोर्ट की यात्रा मात्र 21 मिनट में पूरी हो सकेगी।
किसानों का अभूतपूर्व योगदान
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से किसानों के सहयोग और समझौतावादी दृष्टिकोण की प्रशंसा की। बिना किसी विवाद के अब तक 3300 एकड़ भूमि का अधिग्रहण संपन्न हुआ है, जो विकास कार्यों में किसानों की सकारात्मक भूमिका को दर्शाता है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट: उत्तर प्रदेश का स्वर्णिम भविष्य
यह परियोजना न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे भारत के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी। इसके जरिए प्रदेश की अर्थव्यवस्था, रोजगार, और परिवहन तंत्र में व्यापक सुधार होगा। एयरपोर्ट का चरणबद्ध विस्तार इसे विश्वस्तरीय हवाई अड्डों की श्रेणी में शामिल करेगा, जो आने वाले वर्षों में प्रदेश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर, योगी सरकार के विकासशील और किसान-हितैषी दृष्टिकोण का उत्कृष्ट उदाहरण है। यह परियोजना भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है, जो विकास और समृद्धि की नई कहानी लिखेगी।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर के अंतिम फेज के भूमि प्रदाता किसान बंधुओं से संवाद... https://t.co/B9W7eSNhs5
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) December 20, 2024