Parliament Winter Session: संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार को शुरू हुआ, जिसमें देश के दो राज्यों में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में एनडीए गठबंधन की जीत के बाद राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गईं। हालांकि, सत्र की शुरुआत हंगामेदार रही। विपक्षी दलों ने अडानी समूह पर लगे आरोपों को लेकर चर्चा की मांग की, जिसके चलते संसद की कार्यवाही में रुकावट आई।
दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि
सत्र की शुरुआत में 18वीं लोकसभा के सांसद रहे वसंत राव चव्हाण, नूरुल इस्लाम और अन्य दिवंगत पूर्व सदस्यों - एम.एम. लॉरेंस, एम. पार्वती और हरीश चंद्र देवराव चव्हाण को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
अडानी मुद्दे पर हंगामा
विपक्षी दलों ने अडानी समूह पर लगे आरोपों को लेकर चर्चा की मांग की। इस मांग को सभापति द्वारा अस्वीकार किए जाने के बाद राज्यसभा में जोरदार हंगामा हुआ, जिससे सोमवार को कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। विपक्षी सांसदों ने जोर देकर कहा कि यह मुद्दा देशहित से जुड़ा है और इसे संसद में उठाना आवश्यक है।
आज 11 बजे फिर शुरू होगी कार्यवाही
सोमवार को कार्यवाही स्थगित किए जाने के बाद, आज 27 नवंबर को संसद की कार्यवाही सुबह 11 बजे फिर से शुरू होगी।
पीएम मोदी का स्वस्थ चर्चा का आह्वान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शीतकालीन सत्र की शुरुआत पर स्वस्थ चर्चा की अपील की। उन्होंने कहा कि कुछ लोग, जिन्हें जनता ने अस्वीकार कर दिया है, संसद को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं। पीएम मोदी ने सभी सदस्यों से आग्रह किया कि वे सत्र के दौरान रचनात्मक संवाद में हिस्सा लें।
सर्वदलीय बैठक में उठे मुद्दे
रविवार को शीतकालीन सत्र की पूर्व संध्या पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में 30 दलों के 42 नेताओं ने हिस्सा लिया। विपक्षी दलों ने अडानी समूह पर अमेरिकी आरोपों की चर्चा करने की मांग की, जबकि केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने स्पष्ट किया कि सदन में उठाए जाने वाले मुद्दों का निर्णय संबंधित अध्यक्ष की सहमति से होगा।
वक्फ संशोधन विधेयक पर संभावित चर्चा
शीतकालीन सत्र के दौरान वक्फ संशोधन विधेयक पर भी चर्चा होने की संभावना है। संसद की संयुक्त समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने जानकारी दी कि विधेयक पर रिपोर्ट तैयार है और इसे सभी सदस्यों के बीच सहमति से आगे बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।
विपक्ष की तैयारी
विपक्षी सांसदों ने समिति का कार्यकाल 29 नवंबर तक बढ़ाने की मांग की है। उन्होंने इस संबंध में 25 नवंबर को लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात की। विपक्ष का कहना है कि विधेयक पर समुचित विचार और चर्चा के लिए पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए।
निष्कर्ष
संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत में ही विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखे मतभेद देखने को मिले हैं। अडानी समूह पर आरोपों और वक्फ संशोधन विधेयक जैसे मुद्दे सत्र के दौरान प्रमुख बने रहेंगे। अब देखना यह है कि आने वाले दिनों में संसद किस तरह से इन विवादों और विधायी कार्यों को संतुलित करती है।