Rajya Sabha: राज्यसभा में 5 दिसंबर को कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी की सीट के नीचे नोटों की गड्डी मिलने के दावे ने संसद में हंगामा खड़ा कर दिया है। इस घटना ने राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है और सभी पक्षों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
क्या है मामला?
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन को जानकारी दी कि कार्यवाही स्थगित होने के बाद सीट नंबर 222 से 500 रुपये के नोटों की गड्डी मिली। यह सीट कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी को आवंटित है। धनखड़ ने इसे गंभीर मामला बताते हुए जांच के आदेश दिए हैं। हालांकि, इस घटना ने संसद में हंगामे की स्थिति पैदा कर दी। विपक्षी सांसदों ने इसे राजनीति से प्रेरित कदम बताते हुए इसका विरोध किया।
सिंघवी का पक्ष
कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि उनके पास केवल 500 रुपये का एक नोट था। उन्होंने बताया कि 12:57 बजे वे सदन पहुंचे और 1 बजे वहां से निकल गए। उसके बाद वे कैंटीन गए और फिर संसद भवन छोड़ दिया। सिंघवी ने सभापति से अपील की कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए।
विपक्ष का रुख
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सभापति के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि जांच पूरी होने से पहले किसी सदस्य का नाम लेना अनुचित है। उन्होंने इसे संसद की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला बताया।
भाजपा का हमला
दूसरी ओर, बीजेपी ने इस घटना को संसद की गरिमा पर हमला करार दिया। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है और इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने आशंका जताई कि यह एक बड़ी साजिश हो सकती है। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि यदि नोटों की गड्डी किसी सदस्य की सीट से मिली है, तो नाम लेना स्वाभाविक है।
संसद की गरिमा पर सवाल
इस घटना ने संसद की कार्यप्रणाली और गरिमा पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि नोटों की गड्डी वहां कैसे पहुंची। क्या यह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा है या महज एक संयोग, यह जांच के बाद ही स्पष्ट होगा।
क्या होना चाहिए आगे?
- निष्पक्ष जांच: यह सुनिश्चित करना होगा कि जांच पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी हो।
- सदन की गरिमा बनाए रखना: ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था को और सख्त किया जाना चाहिए।
- राजनीतिक लाभ से बचाव: सभी पक्षों को इस मुद्दे पर राजनीतिक लाभ लेने से बचना चाहिए।
निष्कर्ष
नोटों की गड्डी मिलने का यह मामला संसद की गरिमा और साख पर गंभीर प्रश्न उठाता है। संसद, जो देश की लोकतांत्रिक प्रणाली का मंदिर है, उसे इस तरह के विवादों से बचाना जरूरी है। अब यह देखना होगा कि जांच में क्या सच सामने आता है और इससे देश की राजनीति पर क्या असर पड़ता है।
Never heard of it till now. I carry one Rs 500 note when I go to Rajya Sabha. I heard about this for the first time. I reached the House at 12:57 PM and the house rose at 1 PM, then I sat in the canteen till 1:30 PM and then I left the parliament: Congress MP and advocate… https://t.co/XISu0YQm0Z pic.twitter.com/ug3LaxWgSf
— ANI (@ANI) December 6, 2024
#WATCH | Rajya Sabha Chairman Jagdeep Dhankhar says, "I here by inform the members that during the routine anti-sabotage check of the chamber after the adjournment of the House yesterday. Apparently, a wad of currency notes was recovered by the security officials from seat number… pic.twitter.com/42GMz5CbL7
— ANI (@ANI) December 6, 2024