Delhi Election: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने महिलाओं के लिए एक बड़ी योजना का ऐलान किया है। इसे 'महिला सम्मान योजना' नाम दिया गया है, जिसके तहत हर महिला के बैंक खाते में हर महीने 2100 रुपये दिए जाएंगे। इस घोषणा ने दिल्ली की राजनीति को गर्मा दिया है और आम जनता में चर्चा का विषय बन गई है।
क्या है 'महिला सम्मान योजना'?
अरविंद केजरीवाल ने इस योजना की घोषणा करते हुए कहा कि यह दिल्ली की महिलाओं की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने और उनके सम्मान को बढ़ाने के लिए लाई गई है। योजना के तहत:
- हर महिला को 2100 रुपये प्रति माह:
रजिस्ट्रेशन के बाद महिलाओं के खाते में हर महीने 2100 रुपये जमा किए जाएंगे। - चुनाव बाद मिलेगी राशि:
हालांकि, केजरीवाल ने स्पष्ट किया कि यह योजना अभी पूरी तरह से लागू नहीं हुई है। चुनाव के बाद, अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो यह पैसा महिलाओं के खाते में जाएगा। - रजिस्ट्रेशन शुरू:
उन्होंने घोषणा की कि शुक्रवार से महिलाओं के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
विपक्ष का सवाल: पैसे कहां से आएंगे?
योजना की घोषणा के बाद बीजेपी ने सवाल उठाया कि इस योजना के लिए धन कहां से आएगा। केजरीवाल ने इसका मजाकिया जवाब देते हुए कहा, "बीजेपी वाले पूछें तो बता देना कि मेरा भाई जादूगर है। एक छड़ी घुमाएगा और पैसा आ जाएगा।"
केजरीवाल ने फ्री बिजली और पानी योजनाओं का हवाला देते हुए भरोसा दिलाया कि यह योजना भी सफलतापूर्वक लागू होगी।
योजना में देरी के पीछे जेल की कहानी
केजरीवाल ने योजना में देरी का कारण अपनी जेल यात्रा को बताया। उन्होंने कहा, "मार्च में हमने इस योजना की घोषणा की थी और इसे अप्रैल-मई में लागू करना चाहते थे। लेकिन मुझे जेल में भेज दिया गया, जिससे देरी हो गई।" उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष ने जानबूझकर इस योजना को रोकने के लिए बाधाएं खड़ी कीं।
गोपाल राय का समर्थन
दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने इस योजना को महिलाओं के लिए ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने कहा, "बीजेपी की 20 राज्यों में सरकार है, लेकिन वे न मुफ्त बिजली देते हैं, न मुफ्त पानी। अरविंद केजरीवाल जो कहते हैं, वह करके दिखाते हैं।"
राजनीतिक परिदृश्य पर प्रभाव
इस योजना की घोषणा ने दिल्ली में आगामी चुनावों को लेकर राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। यह योजना न केवल महिलाओं को आर्थिक लाभ पहुंचाने का वादा करती है, बल्कि यह केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार की कल्याणकारी छवि को भी मजबूत करती है।
क्या यह योजना सफल होगी?
हालांकि योजना की सफलता का आकलन चुनाव के बाद ही किया जा सकेगा, लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि यह कदम आम आदमी पार्टी को महिलाओं के बीच मजबूत आधार दिलाने का प्रयास है। सवाल यह है कि क्या इस योजना से दिल्ली की महिलाएं केजरीवाल को एक बार फिर मुख्यमंत्री बनाने में मदद करेंगी?
निष्कर्ष
'महिला सम्मान योजना' दिल्ली में महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक अहम कदम है। यह योजना आर्थिक राहत देने के साथ-साथ महिलाओं के आत्मसम्मान को भी बढ़ाने का प्रयास है। हालांकि, इसे लेकर विपक्ष और सरकार के बीच मतभेद साफ नजर आ रहे हैं। अब देखना यह होगा कि दिल्ली की जनता इस योजना को कैसे देखती है और क्या यह चुनावी राजनीति में एक गेम-चेंजर साबित होगी।