Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट जारी कर दी है। इस बार की सूची में 25 उम्मीदवारों के नाम शामिल किए गए हैं। इनमें मुर्तिजापुर से हरीश मारोतिअप्पा पिंपले, कारंजा से सई प्रकाश डहाके, तेओसा से राजेश श्रीराम वानखेड़े और मोर्शी से उमेश को टिकट दिया गया है। इसके अलावा, आष्टी सीट, जो अजित पवार गुट के सिटिंग विधायक के अधीन थी, अब बीजेपी के खाते में आई है और यहां से सुरेश धस को मैदान में उतारा गया है।
नागपुर क्षेत्र और अन्य प्रमुख सीटों के उम्मीदवार
बीजेपी ने नागपुर के कई क्षेत्रों में अपने उम्मीदवारों के नाम भी घोषित किए हैं। नागपुर की आर्वी विधानसभा सीट से सुमित किशोर वानखड़े, कटोल से चरणसिंह बाबूलालजी ठाकुर, सवानेर से आशीष रंजीत देशमुख, नागपुर मध्य से प्रवीण प्रभाकराव दटके और नागपुर पश्चिम से सुधाकर विट्ठलराव कोहले को उम्मीदवार घोषित किया गया है। यह सूची दर्शाती है कि बीजेपी ने स्थानीय और क्षेत्रीय नेताओं को महत्व देते हुए उम्मीदवारों का चयन किया है।
अब तक 146 सीटों पर नामांकन का ऐलान
बीजेपी ने अब तक कुल 146 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। पार्टी की पहली लिस्ट में 99 सीटों पर नाम घोषित किए गए थे, दूसरी लिस्ट में 22 और अब तीसरी लिस्ट में 25 उम्मीदवारों को शामिल किया गया है। इन नामांकनों से पार्टी का महाराष्ट्र में एक व्यापक चुनावी आधार तैयार करने का उद्देश्य स्पष्ट दिखाई दे रहा है।
घाटकोपर सीट पर प्रकाश मेहता को नहीं मिला टिकट
बीजेपी ने घाटकोपर सीट से प्रकाश मेहता का टिकट इस बार भी काट दिया है। उनकी जगह पराग शाह को उम्मीदवार बनाया गया है। पिछली बार भी टिकट न मिलने के कारण प्रकाश मेहता और पराग शाह के समर्थकों के बीच संघर्ष हुआ था। इस बार भी यह निर्णय समर्थकों के बीच हलचल पैदा कर सकता है। वहीं, मुंबई की सेफ मानी जाने वाली बोरीवली सीट से इस बार संजय उपाध्याय को टिकट दिया गया है। यहां से वर्तमान विधायक सुनील राणे का टिकट काट दिया गया है। इससे पहले यह सीट विनोद तावड़े के पास थी, जिनका टिकट काटकर पिछली बार राणे को दिया गया था।
नांदेड़ उपचुनाव में संतुक मारोतराव हंबर्डे मैदान में
बीजेपी ने नांदेड़ लोकसभा उपचुनाव के लिए संतुक मारोतराव हंबर्डे को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। यह सीट कांग्रेस सांसद वसंतराव बलवंतराव चव्हाण के निधन के बाद खाली हुई थी, जिसके चलते यहां 20 नवंबर को उपचुनाव आयोजित किया जाएगा। कांग्रेस ने भी इस सीट से दिवंगत नेता के बेटे को उम्मीदवार बनाकर परिवारवाद के जरिए सहानुभूति बटोरने की कोशिश की है, जबकि बीजेपी ने अपने वरिष्ठ नेता को मैदान में उतारकर चुनाव को और दिलचस्प बना दिया है।
निष्कर्ष
बीजेपी ने महाराष्ट्र चुनाव में उम्मीदवारों के चयन के जरिए यह स्पष्ट संकेत दिया है कि पार्टी अनुभवी और स्थानीय नेताओं को महत्व दे रही है। साथ ही, नए चेहरों को मौका देकर युवा नेतृत्व को भी सामने लाया गया है। आगामी चुनाव में पार्टी का यह संतुलित दृष्टिकोण बीजेपी की चुनावी रणनीति को मजबूत कर सकता है और वोटरों के बीच समर्थन को और बढ़ा सकता है।