J&K Election 2024: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के एक बयान ने राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया है। खरगे ने हाल ही में एक चुनावी रैली के दौरान कहा कि यदि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में 20 और सीटें जीत जाती, तो भाजपा के कई नेता अब तक जेल में होते। इस बयान ने बीजेपी को जोरदार प्रतिक्रिया देने पर मजबूर कर दिया है, और पार्टी ने इसे कांग्रेस की ‘इमरजेंसी माइंडसेट’ का प्रमाण बताया है।
खरगे का बयान और उसकी आलोचना
खरगे ने अनंतनाग में एक चुनावी रैली के दौरान भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “बीजेपी वाले ‘अबकी बार 400 पार’ का नारा लगाते थे। अब 400 पार तो दूर, उन्हें सिर्फ 240 सीटें मिलीं। अगर हम 20 और सीटें जीत जाते, तो वे जेल में होते। वे जेल में रहने के लायक हैं।” खरगे के अनुसार, भाजपा का 400 सीटों का दावा पूरी तरह असत्य था और उनके अनुसार, बीजेपी की सरकार अपने समर्थन आधार के लिए TDP और JDU पर निर्भर है।
बीजेपी की प्रतिक्रिया
खरगे के बयान पर भाजपा ने तीखा पलटवार किया है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने आरोप लगाया कि खरगे का बयान कांग्रेस की ‘इमरजेंसी माइंडसेट’ का एक स्पष्ट उदाहरण है। उन्होंने कहा, “खरगे का यह बयान कांग्रेस की आपातकालीन मानसिकता को दर्शाता है, जिसे इंदिरा गांधी ने आपातकाल के दौरान विपक्षी नेताओं को जेल में डालकर प्रदर्शित किया था। कांग्रेस अभी भी उसी विरासत को जारी रखना चाहती है।”
कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस की एकजुटता
खरगे ने भाजपा पर यह भी आरोप लगाया कि वह कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के गठबंधन को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। उनका कहना है कि भाजपा जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के मिलकर चुनाव लड़ने से घबराई हुई है और गठबंधन को तोड़ने का प्रयास कर रही है। खरगे ने भाजपा की अल्पमत सरकार को लेकर भी टिप्पणी की और कहा कि चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार जैसे सहयोगी किसी भी समय समर्थन वापस ले सकते हैं।
राजनीतिक परिप्रेक्ष्य और भविष्य
खरगे के बयान और भाजपा की प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट हो गया है कि आगामी चुनावी लड़ाई और भी तेज होने वाली है। कांग्रेस और भाजपा के बीच की यह कड़ी टकरार निश्चित रूप से चुनावी परिदृश्य को प्रभावित करेगी। राजनीति में इस तरह की टिप्पणियां अक्सर सत्ताधारी दलों के प्रति असंतोष और विरोध के संकेत होती हैं, और इससे राजनीतिक रणनीतियों पर भी असर पड़ सकता है।
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में खरगे के बयान ने न केवल कांग्रेस और भाजपा के बीच के मतभेद को उजागर किया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि चुनावी राजनीति में कैसे आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी रहता है। आगामी चुनावों में इस विवाद का असर देखना दिलचस्प होगा।