Akhilesh Yadav News: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में मंगेश यादव के हालिया एनकाउंटर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान ने राजनीति में एक नया विवाद पैदा कर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अंबेडकर नगर में मंगेश यादव के एनकाउंटर पर समाजवादी पार्टी (सपा) की आलोचना की और कहा कि डकैत के मारे जाने पर सपा को दर्द हो रहा है। उन्होंने सत्ता के संदर्भ में कहा कि "सरकार चलाने के लिए जज्बा चाहिए। सत्ता विरासत में मिल सकती है, बुद्धि नहीं।"
अखिलेश यादव का तीखा पलटवार
सीएम योगी के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने तीखा पलटवार किया है। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा करते हुए कहा, "जिनकी अपने दल में कोई सुनवाई नहीं हो रही है उनकी बातें कौन सुने, वैसे भी जाने वालों की बात का क्या बुरा मानना।" उन्होंने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जिनके शासनकाल में आईपीएस अफसर महीनों तक फरार रहे, थानों में लाखों रुपए की कमाई के मामलों की चर्चा रही, और जहां पुलिस का अपहरण तक हुआ, वहां सरकार की स्थिति पर प्रश्न चिन्ह लगता है। अखिलेश ने आरोप लगाया कि दंड संहिता की जगह बुलडोजर संहिता ने ले ली है और ऐसे नेताओं की स्थिति पर चिंता जताई।
बीजेपी पर भ्रष्टाचार और अन्याय के आरोप
अखिलेश यादव ने पहले भी बीजेपी पर सत्ता और शासन के दुरुपयोग के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में पीडीए की एकजुटता के कारण सपा को ताकत मिली और बीजेपी को पराजय का सामना करना पड़ा, जिससे बीजेपी के लोग बौखलाए हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी गरीबों पर कहर ढा रही है और असली अपराधियों को संरक्षण दे रही है जबकि निर्दोषों को फंसाया जा रहा है। सपा प्रमुख ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी पार्टी गरीबों, निर्दोषों और बेकसूरों के साथ खड़ी है और अन्याय के खिलाफ संघर्ष करती रहेगी।
सीएम योगी की एनकाउंटर पर प्रतिक्रिया
अंबेडकर नगर में सीएम योगी ने मंगेश यादव के एनकाउंटर को लेकर कहा कि यूपी में गुंडे और माफिया अब भाग रहे हैं। उनका दावा है कि बीजेपी सरकार के आने के बाद राज्य माफिया मुक्त हो गया है और अब पुलिस के डर से गुंडे भाग रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पहले यूपी के प्रयागराज और प्रतापगढ़ जैसे इलाकों में गुंडों और माफियाओं का राज चलता था, लेकिन अब यह स्थिति बदल चुकी है। सीएम ने यह भी कहा कि राज्य में बहन-बेटियों की इज्जत अब सुरक्षित है और बचे हुए गुंडे अपनी अंतिम यात्रा की तैयारी कर रहे होंगे।
निष्कर्ष
सुल्तानपुर एनकाउंटर पर योगी आदित्यनाथ और अखिलेश यादव के बीच की राजनीति की इस जंग ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है। मुख्यमंत्री योगी का बयान जहां एक ओर राज्य में अपराध पर नियंत्रण का दावा करता है, वहीं अखिलेश यादव की प्रतिक्रियाएँ भाजपा सरकार की नीतियों और कामकाज पर गंभीर प्रश्न उठाती हैं। इस विवाद के चलते उत्तर प्रदेश की राजनीति में तकरार और तीखी हो गई है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में इस पर किस प्रकार की राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ और परिणाम सामने आते हैं।