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Vande Bharat Train:रेल मंत्री की और से वंदे भारत स्पीलर ट्रेनों के संचालन को लेकर सामने आया बड़ा अपडेट

Vande Bharat Train: वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का पहला प्रोटोटाइप निर्मित किया गया है और जल्द ही इसका फील्ड परीक्षण किया जाएगा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने

Vande Bharat Train: भारत में रेलवे नेटवर्क को और अधिक आधुनिक और सुविधाजनक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में घोषणा की कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का ट्रायल जल्द ही शुरू होने की संभावना है। संसद में एक सवाल के जवाब में रेल मंत्री ने राज्यसभा में लिखित बयान दिया और कहा कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का पहला प्रोटोटाइप तैयार हो चुका है, और अब इसका परीक्षण (ट्रायल) किया जाएगा। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ट्रेन के परिचालन की शुरुआत परीक्षणों के सफल समापन के बाद ही होगी।

यात्रियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं

वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें लंबी और मध्यम दूरी की यात्राओं के लिए डिज़ाइन की गई हैं। इन ट्रेनों को आधुनिक यात्री सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा, जिससे यात्रा के अनुभव को और भी आरामदायक और सुरक्षित बनाया जा सके। रेल मंत्री के बयान के अनुसार, इन ट्रेनों में विशेष रूप से "कवच" जैसी सुरक्षा सुविधाएं, EN-45545 HL3 अग्नि सुरक्षा मानकों के अनुसार सुरक्षा उपकरण, क्रैशवर्थी और जर्क-फ्री सेमी-स्थायी कप्लर्स और एंटी क्लाइंबर्स जैसी सुविधाएं दी जाएंगी।

साथ ही, आपातकालीन स्थिति में ट्रेन के कर्मचारियों और यात्रियों के बीच संवाद को सुनिश्चित करने के लिए एक आपातकालीन टॉक-बैक इकाई भी स्थापित की जाएगी। इससे आपातकालीन स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया संभव होगी। यात्रियों की सुविधा के लिए ट्रेन के कोच में एयर कंडीशनिंग, सैलून लाइटिंग जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं भी दी जाएंगी।

सुरक्षा और निगरानी पर विशेष ध्यान

वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों के सभी कोचों में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे, जो सुरक्षा को और भी बेहतर बनाएंगे। इसके अलावा, यात्रियों को ऊपरी बर्थ पर चढ़ने में आसानी के लिए एर्गोनॉमिक रूप से डिज़ाइन की गई सीढ़ी भी दी जाएगी। इसके अलावा, ट्रेन में आधुनिक टॉयलेट सीट्स का प्रबंध किया जाएगा, जो सफाई और सुविधा को सुनिश्चित करेंगे।

वर्तमान में वंदे भारत ट्रेन सेवाओं की स्थिति

वर्तमान में, भारतीय रेलवे नेटवर्क पर 136 वंदे भारत ट्रेन सेवाएं चल रही हैं, जिनमें चेयर कार कोच शामिल हैं। इन ट्रेनों का संचालन 2 दिसंबर 2024 तक किया गया था। इन सेवाओं में से 16 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें तमिलनाडु में चल रही हैं। सबसे लंबी दूरी की वंदे भारत ट्रेन सेवा दिल्ली और बनारस के बीच चलती है, जो 771 किलोमीटर की दूरी तय करती है।

निष्कर्ष

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की शुरुआत भारतीय रेलवे के लिए एक बड़ी उपलब्धि साबित हो सकती है। यह यात्रियों को सुरक्षित, आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव देने में मदद करेगा, और भारतीय रेलवे को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में भी सहायक होगा। यदि परीक्षण सफल रहते हैं, तो वंदे भारत स्लीपर ट्रेन जल्द ही भारतीय रेलवे नेटवर्क का हिस्सा बन सकती है, जिससे यात्रा की पूरी परिभाषा बदल जाएगी।

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