Bollywood News: 'आर्टिकल 370' मूवी रिव्यू: यामी गौतम और प्रियामणि की फिल्म 'आर्टिकल 370' आखिरकार 23 फरवरी, 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। यह फिल्म जम्मू-कश्मीर के स्पेशल स्टेटस को रद्द करने की पृष्ठभूमि पर आधारित है। निर्माताओं द्वारा फिल्म का ट्रेलर जारी किए जाने के बाद लोगों के एक वर्ग ने इसे 'एजेंडा-संचालित' फिल्म बताया। तो आइए इस समीक्षा में जानें कि अभिनय और निर्देशन के मामले में इस फिल्म की कहानी आपके लिए क्या लेकर आई है।
कहानी
सच्ची घटनाओं पर आधारित बताई जा रही यह फिल्म साल 2016 के बाद से कश्मीर घाटी में हुई घटनाओं के इर्द-गिर्द घूमती है। फिल्म की कहानी को छह अध्यायों में बांटा गया है, जिनमें से पहला अध्याय एक आतंकवादी संगठन के युवा कमांडर बुरहान वानी की कहानी से शुरू होता है, जो कश्मीर घाटी में काफी लोकप्रिय है। साल 2016 में उसकी हत्या के बाद घाटी में कई विरोध प्रदर्शन हुए, जिसके बाद पीएमओ अधिकारी (प्रियमणि) हरकत में आए। कहानी फिर उस समय तक पहुंचती है जब केंद्र सरकार संविधान सभा से अपना समर्थन वापस ले लेती है, जिससे राज्य में राष्ट्रपति शासन लग जाता है। हालांकि, क्षेत्र में स्थिति ज्यादा नहीं बदली और साल 2019 में पुलवामा आतंकी हमला हुआ, जिसके बाद केंद्र सरकार हरकत में आई और क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लेने का फैसला किया।
अभिनय
'आर्टिकल 370' में यामी गौतम और प्रियामणि मुख्य भूमिका निभा रही हैं। एक खुफिया अधिकारी के रूप में यामी गौतम ने बिना किसी संदेह के अपने किरदार को बखूबी निभाया है। वहीं, प्रियामणि पीएमओ में एक अधिकारी की भूमिका में हैं, जो फिल्म में दूसरा सबसे महत्वपूर्ण किरदार है। प्रियामणि ने भी अपने किरदार को बखूबी निभाया। केवल प्रमुख महिलाएं ही नहीं, सहायक अभिनेता स्कंद संजीव ठाकुर, अरुण गोविल और किरण कर्माकर ने भी फिल्म में अभिनय किया।
निर्देशन
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्देशक आदित्य सुहास जंभाले ने कहानी से देशभक्ति की भावनाओं को सामने लाने की पूरी कोशिश की है। फिल्म में हर 15 मिनट में देशभक्ति का जज्बा भर जाएगा और 'आर्टिकल 370' के कुछ सीन्स देखकर जरूर आंखें नम हो जाएंगी। निर्देशक ने न सिर्फ मुख्य कलाकारों बल्कि सहायक कलाकारों का भी भरपूर इस्तेमाल किया है। फिल्म में न केवल राजनीतिक ड्रामा वाले हिस्से, बल्कि हाई-ऑक्टेन एक्शन दृश्यों में भी आदित्य ने बेहतरीन निर्देशन किया है। 'आर्टिकल 370' निश्चित रूप से निर्देशक आदित्य सुहास जंभाले की एक आशाजनक शुरुआत है।
कैसी है फिल्म
जब भावनाओं, देशभक्ति और राजनीतिक नाटक की बात आती है तो आदित्य सुहास जंभाले निर्देशित फिल्म पूरी तरह से मनोरंजक है। भले ही आप कश्मीर घाटी की घटनाओं और धारा 370 हटाए जाने की घटनाओं से परिचित हों, लेकिन फिल्म आपको एक मिनट के लिए भी बोरियत महसूस नहीं होने देगी। यह फिल्म सच्ची घटनाओं से प्रेरित है और उन घटनाओं को नाटकीयता और मनोरंजन के साथ चित्रित करना निश्चित रूप से सोने पर सुहागा जैसा है। इस पूरी फिल्म के दौरान आप कई बार तालियां जरूर बजाएंगे। इस फिल्म को पांच में से 4 रेटिंग देते हैं।