IND vs AUS Test Series: कई महीनों के इंतजार के बाद भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच प्रतिष्ठित बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की शुरुआत हो गई है। पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में 22 नवंबर को पहले टेस्ट मैच का आगाज हुआ, जहां टीम इंडिया को अपने नियमित कप्तान रोहित शर्मा की कमी खल रही है। बेटे के जन्म के कारण रोहित इस मैच से बाहर हैं, लेकिन उनकी वापसी की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं।
रोहित की वापसी: प्राइम मिनिस्टर इलेवन के खिलाफ अभ्यास मैच
रोहित शर्मा 24 नवंबर को पर्थ में टीम इंडिया से जुड़ने वाले हैं और उनकी वापसी का मंच तैयार हो गया है। 30 नवंबर और 1 दिसंबर को ऑस्ट्रेलिया की राजधानी कैनबरा में होने वाले प्राइम मिनिस्टर इलेवन के खिलाफ अभ्यास मैच में रोहित मैदान पर उतरेंगे।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इस अभ्यास मैच के लिए 14 खिलाड़ियों का स्क्वॉड घोषित किया है। इस टीम में अनुभवी तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड और बल्लेबाज मैथ्यू रेनशॉ जैसे खिलाड़ियों को शामिल किया गया है। यह मैच डे-नाइट फॉर्मेट में गुलाबी गेंद से खेला जाएगा और भारतीय टीम के लिए यह अगले डे-नाइट टेस्ट (6 दिसंबर से एडिलेड में) की तैयारी का मौका होगा।
प्राइम मिनिस्टर इलेवन स्क्वॉड
- जैक एवर्ड्स (कप्तान)
- चार्ली एंडरसन
- माहली बियर्डमैन
- स्कॉट बोलैंड
- जैक क्लेटन
- एडन ओकॉनर
- ऑली डेविस
- जेडन गुडविन
- सैम हार्पर
- हैनो जैकब्स
- सैम कॉन्सटास
- लॉयड पोप
- मैथ्यू रेनशॉ
- जेम रायम
पर्थ टेस्ट: भारत की मुश्किल शुरुआत
पर्थ के पहले टेस्ट में भारतीय टीम ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन यह शुरुआत उनके लिए भारी पड़ गई। पहले ही सेशन में टीम ने यशस्वी जायसवाल, विराट कोहली और केएल राहुल समेत चार विकेट गंवा दिए और मात्र 51 रन बनाए। ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज जॉश हेजलवुड और मिचेल स्टार्क ने भारतीय बल्लेबाजों को खासा परेशान किया।
डे-नाइट टेस्ट की तैयारी का अवसर
अभ्यास मैच न केवल रोहित शर्मा के लिए फॉर्म में लौटने का मौका होगा, बल्कि भारतीय टीम के लिए डे-नाइट टेस्ट के लिए तैयारी का महत्वपूर्ण चरण भी होगा। गुलाबी गेंद से खेलने का अनुभव भारत के लिए अहम होगा, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया अपने घरेलू मैदानों पर इस फॉर्मेट में बेहद सफल रहा है।
ऑस्ट्रेलियाई खेमे में हलचल
प्राइम मिनिस्टर इलेवन का यह मुकाबला ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के लिए भी बड़ा अवसर होगा। खासतौर पर स्कॉट बोलैंड, जो इस मैच में अच्छे प्रदर्शन के जरिए ऑस्ट्रेलियाई टीम में अपनी जगह पक्की करना चाहेंगे। युवा बल्लेबाज सैम कॉन्सटास भी इस मैच में चयनकर्ताओं को प्रभावित करने की कोशिश करेंगे।
आगे की राह
भारतीय टीम को पर्थ में शुरुआती झटकों से उबरने और सीरीज में वापसी करने की जरूरत होगी। रोहित शर्मा की मौजूदगी से टीम को बल्लेबाजी में स्थिरता और आत्मविश्वास मिलेगा। अगले कुछ मैचों में भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल सकती है, जो इस ट्रॉफी को और भी रोमांचक बनाएगा।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सिर्फ क्रिकेट का मुकाबला नहीं, बल्कि दो दिग्गज टीमों के बीच गौरव और उत्कृष्टता की लड़ाई है। यह देखना दिलचस्प होगा कि रोहित शर्मा और उनकी टीम किस तरह से ऑस्ट्रेलियाई चुनौती का सामना करती है।