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Crude Oil Price:फिर पकड़ेगा कच्चा तेल रफ्तार, क्या 90 डॉलर के पार जाएंगे दाम?

Crude Oil Price: कच्चे तेल की कीमत में फिर से तेजी देखने को मिल रही है. जिसके कुछ अहम कारण बताए जा रहे हैं. जिनका असर लॉन्ग टर्म तक दिखाई दे सकता है. जानकारों की मानें तो कच्चे तेल की कीमत एक ​बार फिर से 90 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच सकते हैं.

Crude Oil Price: कच्चे तेल की कीमत के फिर से रफ्तार पकड़ने के संकेत मिलने शुरू हो गए हैं. इंटरनेशनल मार्केट में खाड़ी देशों का तेल 84 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गया है. जानकारों का कयास है कि जल्द ही खाड़ी देशों का तेल ब्रेंट 90 डॉलर प्रति बैरल को पार कर सकता है. उसका प्रमुख कारण अमेरिकी इंवेंट्रीज में कमी आने की सूचना, फेड की ओर से मिल रहे ब्याज दरों में कटौती के संकेत, चीन-भारत जैसे देशों की ओर बढ़ती डिमांड और सबसे अहम बात ओपेक की ओर से जून के बाद भी वॉलेंटरी क्रूड ऑयल प्रोोडक्शन कट जारी रहने के संकेत हैं. साथ ही मिडिल ईस्ट की टेंशन अभी उबाल ना ले रही हो, लेकिन मामला अभी तक सुलझ नहीं सका है. इसका मतलब है कि एक ट्रिगर मिडिल ईस्ट के माहौल को फिर से बिगाड़ सकता है. जिसका असर कच्चे तेल की कीमत में देखने को मिलेगा.

मतलब साफ है कि अगर ऐसा होता है तो भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम में इजाफा देखने को मिल सकता है. 4 जून को देश में लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने होंगे. 5 से 7 जून को आरबीआई की एमपीसी की मीटिंग होगी और 7 जून को आरबीआई गवर्नर पॉलिसी रेट के ऐलान के के साथ महंगाई के अनुमानित आंकड़ों को सामने रखेंगे. जिसके बाद देश की सरकारी ऑयल कंपनियों की ओर से अपने घाटे को पूरा करने के लिए पेट्रोल और डीजल की कीमत में इजाफा किया जा सकता है. आखिरी बार देश की पेट्रोलियम कंपनियों ने मार्च के मिड में पेट्रोल और डीजल की कीमत में कटौती की थी. जोकि 2 रुपए प्रति लीटर की थी. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर मौजूदा समय में पेट्रोल और डीजल के दाम में कितने हैं. साथ ही कच्चे तेल की कीमत में कितनी तेजी देखने को मिल रही है.

कच्चे तेल की कीमत में इजाफा

गुरुवार को शुरुआती कारोबार में इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा देखने को मिल रहा है. जिसका प्रमुख कारण अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में कमी ने सप्लाई का संकेत दिया है. वहीं दूसरी ओर साल के अंत तक अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती के संकेत मिल रहे हैं. वैसे कुछ लोगों का ये भी मानना है कि सितंबर के महीने में फेड ब्याज दरों में कटौती करें. खैर इन सब का असर खाड़ी और अमेरिकी कच्चे तेल की कीमतों में देखने को मिल रहा है. खाड़ी देशों का कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड 23 सेंट बढ़कर 83.81 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. दूसरी ओर यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड 29 सेंट बढ़कर 79.28 डॉलर प्रति बैरल हो गया। जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में इसमें और इजाफा देखने को मिल सकता है.

क्यों बढ़ रहे कच्चे तेल के दाम

अमेरिकी ईआईए के अनुसार पिछले हफ्ते कच्चे तेल का भंडार 1.4 मिलियन बैरल घटकर 459.5 मिलियन बैरल हो गया, जो इस बात का संकेत है कि आने वाले दिनों में सप्लाई में थोड़ी दिक्कते आ सकती हैं. वहीं दूसरी ओर उम्मीद से कमजोर अमेरिकी जॉब के आंकड़ों के बाद उम्मीदें काफी बढ़ गई हैं कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक साल के अंत तक ब्याज दरों में कटौती करेगा. जिसकी वजह से भी कच्चे तेल के दाम में इजाफा देखने को मिला. कम ब्याज दरों से कच्चे तेल पर खर्च बढ़ सकता है। वहीं दूसरी ओर गाजा सीजफायर की बातें सिर्फ बातों में ही रह गई हैं. साथ ईरान और इजराइल के बीच अभी कोई कार्रवाई ना हुई हो, लेकिन टेंशन की तलवार अभी भी अटकी हुई है. जिसकी वजह से आने वाले दिनों में टेंशन फिर से बढ़ने की संभावना बनी हुई हैं.

पेट्रोल और डीजल के दाम हुए फ्रीज

देश के चारों महानगरों में पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई बदलाव देखने नहीं मिला है. 09 मई को वो ही दाम लागू रहेंगे जो दो रुपए की कटौती के बाद 15 मार्च को थे. उससे पहले सरकार ने देश में पेट्रोल और डीजल की कीमत में 2 रुपए की कटौती का ऐलान किया था. खास बात तो ये है कि ये कटौती पेट्रोलियम मंत्री के उस बयान के कुछ दिन बाद की गई, जिसमें उन्होंने कहा ​था कि​ इंटरनेशनल माहौल ठीक नहीं है. लाल सागर में हमलों की वजह से लॉजिस्टिक और इंश्योरेंस कॉस्ट बढ़ गया है. खास बात तो ये है कि देश की पेट्रोलियम कंपनियां अभी भी नुकसान में है.

खास बात तो ये है कि पेट्रोलियम कंपनियों को इस कटौती के बाद सबसे बड़ा डर सता रहा था, वो सामने आ गया है. वो डर है पेट्रोलियम कंपनियों का नुकसान. जोकि चौथी तिमाही में सामने आ गया है. आईओसीएल को ऑपरेटिंग प्रॉफिट में 45 फीसदी का नुकसान उठाना पड़ा है. बाकी कंपनियों को भी चौथी तिमाही में प्रॉफिट में नुकसान की आशंका जताई जा रही थी. बीते वित्त वर्ष की पहली तीन तिमाहियों में कंपनियों को 69 हजार करोड़ रुपए का ज्वाइंटली प्रॉफिट दिखाई दिया. जिसके बाद वित्त वर्ष खत्म होने के बाद उम्मीद थी कि यह आंकड़ा एक लाख करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है.

देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल के दाम

  • नई दिल्ली: पेट्रोल रेट: 94.72 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 87.62 रुपए प्रति लीटर
  • कोलकाता: पेट्रोल रेट: 103.94 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 90.76 रुपए प्रति लीटर
  • मुंबई: पेट्रोल रेट: 104.21 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 92.15 रुपए प्रति लीटर
  • चेन्नई: पेट्रोल रेट: 100.75 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 92.34 रुपए प्रति लीटर
  • बेंगलुरु: पेट्रोल रेट: 99.84 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 85.83 रुपए प्रति लीटर
  • चंडीगढ़: पेट्रोल रेट: 94.24 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 82.40 रुपए प्रति लीटर
  • गुरुग्राम: पेट्रोल रेट: 95.19 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 88.05 रुपए प्रति लीटर
  • लखनऊ: पेट्रोल रेट: 94.65 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 87.76 रुपए प्रति लीटर
  • नोएडा: पेट्रोल रेट: 94.83 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 87.96 रुपए प्रति लीटर
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