Rahul Gandhi News: हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव के बीच, कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अमेरिका में हाल ही में सिख और आरक्षण पर राहुल गांधी द्वारा दिए गए विवादित बयानों ने पार्टी की टेंशन को बढ़ा दिया है। हरियाणा में जहां दलितों और सिखों की आबादी क्रमशः 20 प्रतिशत और 5 प्रतिशत है, राहुल गांधी के ये बयान कांग्रेस के लिए एक नई चुनौती साबित हो सकते हैं। यह पहली बार नहीं है कि राहुल गांधी के विदेश में दिए बयानों ने कांग्रेस को चुनावी नुकसान पहुंचाया हो।
अमेरिका में दिए बयान और चुनावी नुकसान
सितंबर 2017 में अमेरिकी दौरे पर राहुल गांधी ने भारत में विभाजन की समस्या और वंशवाद पर टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि कुछ लोग देश को बांटने में लगे हैं और विविधता तथा भाईचारे की भावना समाप्त हो रही है। इस बयान को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि पार्टी के नेता विदेश जाकर अपने देश को बदनाम कर रहे हैं। इस बयान के बाद गुजरात और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की हार हुई।
सिंगापुर और बहरीन में बीफ पर विवाद
2018 की शुरुआत में सिंगापुर और बहरीन के दौरे के दौरान राहुल गांधी ने खान-पान को लेकर बयान दिया कि भारत में कौन क्या खाएगा, इसे कोई तय नहीं कर सकता। इस दौरान उन्होंने भारत में बोलने की आजादी पर भी टिप्पणी की। बीफ पर बवाल और भारत में बोलने की आजादी के मुद्दे को लेकर बीजेपी ने कर्नाटक चुनाव में इसे मुद्दा बना दिया। इसके परिणामस्वरूप कांग्रेस को कर्नाटक चुनाव में हार का सामना करना पड़ा।
ब्रिटेन में संघ की तुलना मुस्लिम ब्रदरहुड से
मार्च 2023 में ब्रिटेन दौरे पर राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तुलना मुस्लिम ब्रदरहुड से की। इस बयान ने भारत में राजनीतिक हंगामा मचाया और बीजेपी के साथ-साथ संघ ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी। बिहार समेत कई राज्यों में उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए। इस विवाद ने कांग्रेस को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में चुनावी हार का सामना करवा दिया, जहां कांग्रेस की स्थिति मजबूत थी।
लोकतंत्र पर बयान और संसद में बवाल
2023 में लंदन दौरे के दौरान, राहुल गांधी ने भारत में लोकतंत्र के खतरे की बात की और केंद्र सरकार पर जासूसी के आरोप लगाए। इस बयान के बाद संसद में विरोध और हंगामा हुआ। कांग्रेस को इसके बाद विदेश मंत्रालय की बैठक में सफाई भी देनी पड़ी।
विदेशी टूर मैनेजर की समस्याएँ
राहुल गांधी के विदेशी दौरे को मैनेज करने वाले कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने भी कई बार कांग्रेस की समस्याओं को बढ़ाया। लोकसभा चुनाव के दौरान पित्रोदा के संपत्ति बंटवारे वाले बयान को बीजेपी ने मुद्दा बनाया। इसके अलावा, 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सिख दंगों पर उनकी विवादित टिप्पणी ने भी कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ाईं।
निष्कर्ष
राहुल गांधी के विदेश में दिए गए बयानों का कांग्रेस की चुनावी परफॉर्मेंस पर लगातार प्रभाव पड़ा है। अमेरिका, सिंगापुर, बहरीन, और ब्रिटेन में किए गए विवादित बयान कांग्रेस को बैकफुट पर धकेलते रहे हैं। कांग्रेस के लिए यह एक गंभीर चुनौती है कि वह अपने नेतृत्व के बयानों और रणनीतियों को ऐसे मुद्दों से बचाए जो पार्टी की चुनावी संभावनाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं। हरियाणा में भी राहुल गांधी के हालिया बयानों की संभावित प्रतिक्रिया कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षण साबित हो सकती है।