IND vs AUS: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के आखिरी दो मुकाबले भारतीय टीम के लिए न केवल सीरीज जीतने बल्कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में जगह पक्की करने के लिहाज से भी बेहद महत्वपूर्ण हैं। मेलबर्न में होने वाला चौथा टेस्ट भारतीय टीम के लिए एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है। ऐसे में टीम इंडिया जमकर मेहनत कर रही है, लेकिन तैयारी के दौरान खिलाड़ियों की चोटों ने टीम की चिंताओं को बढ़ा दिया है।
रोहित शर्मा की चोट से बढ़ी मुश्किलें
रविवार, 22 दिसंबर को भारतीय कप्तान रोहित शर्मा नेट्स में अभ्यास के दौरान चोटिल हो गए। थ्रोडाउन स्पेशलिस्ट दया की गेंद पर उनके बाएं घुटने में चोट लग गई। चोट लगने के बावजूद रोहित ने बल्लेबाजी जारी रखने की कोशिश की, लेकिन दर्द अधिक होने पर उन्हें अभ्यास छोड़ना पड़ा। इसके बाद रोहित आइस पैक लगाकर फिजियो के साथ बैठे नजर आए। रिपोर्ट के मुताबिक, यह चोट गंभीर नहीं है, और बॉक्सिंग डे टेस्ट से पहले रोहित के पूरी तरह फिट होने की उम्मीद जताई जा रही है।
राहुल और अश्विन की गैरमौजूदगी से टीम पर असर
रोहित से पहले, टीम के ओपनिंग बल्लेबाज केएल राहुल भी चोटिल हो चुके हैं। नेट्स में अभ्यास के दौरान उनके दाएं हाथ में चोट लगी थी। इसके अलावा, मेलबर्न की स्पिन-अनुकूल पिच को देखते हुए अनुभवी स्पिनर आर अश्विन के संन्यास लेने का फैसला टीम के लिए बड़ा झटका है। ये घटनाएं ऐसे समय हो रही हैं जब भारतीय बल्लेबाज ऑस्ट्रेलिया में रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
मेलबर्न टेस्ट: एक निर्णायक लड़ाई
मेलबर्न का चौथा टेस्ट भारतीय टीम के लिए कई चुनौतियां लेकर आया है। पिच के स्पिनरों के पक्ष में होने की संभावना है, लेकिन अश्विन की अनुपस्थिति में युवा स्पिनरों पर जिम्मेदारी होगी। दूसरी ओर, कप्तान रोहित और केएल राहुल की चोटें बल्लेबाजी क्रम को कमजोर कर सकती हैं।
टीम का आत्मविश्वास और रणनीति
इन मुश्किल हालातों के बावजूद भारतीय टीम अपनी पूरी ताकत और रणनीति के साथ मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है। मेलबर्न टेस्ट में न केवल सीरीज जीतने का दबाव है, बल्कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में अपनी दावेदारी बनाए रखने का भी सवाल है। टीम के फिजियो और कोचिंग स्टाफ खिलाड़ियों की फिटनेस पर कड़ी नजर रख रहे हैं।
आगामी मुकाबले भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक और यादगार अध्याय जोड़ सकते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि टीम इंडिया इन बाधाओं को पार करके कैसे अपनी राह बनाती है।