Maharashtra Politics:'क्या आप हमें खत्म होने देंगे?', उद्धव ठाकरे को शरद पवार से क्यों पूछना पड़ा ये सवाल?

08:30 AM Sep 30, 2024 | zoomnews.in

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, और इसके मद्देनजर राजनीतिक तापमान तेजी से बढ़ रहा है। राज्य की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों—महायुति और महा विकास अघाड़ी—के बीच बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। नागपुर में शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और उसके नेताओं पर तीखा हमला बोला है, जिसमें उन्होंने बीजेपी के हिंदुत्व के विचार को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत से सवाल भी पूछे हैं। ठाकरे ने बीजेपी पर महाराष्ट्र की लूट का आरोप लगाते हुए अपनी लड़ाई को राज्य की संप्रभुता और स्वाभिमान के लिए बताया।

बीजेपी के हिंदुत्व पर सवाल

उद्धव ठाकरे ने अपने बयान में बीजेपी के हिंदुत्व के विचार पर सवाल उठाया और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से पूछा, "मोहन भागवतजी, क्या आप बीजेपी के इस हिंदुत्व से सहमत हैं? इस बीजेपी में गुंडे और भ्रष्ट लोग शामिल हो रहे हैं, क्या यह आपको सही लगता है?" ठाकरे ने अमित शाह के संदर्भ में कहा, "अमित शाह मुझे खत्म करने आ रहे हैं, लेकिन मुझे सिर्फ मेरे लोग ही खत्म कर सकते हैं, अमित शाह नहीं।" इस बयान के माध्यम से ठाकरे ने बीजेपी के हिंदुत्व और उसकी राजनीतिक दिशा पर खुलकर अपनी असहमति जताई।

महाराष्ट्र की लूट का आरोप

उद्धव ठाकरे ने बीजेपी पर महाराष्ट्र की संपत्तियों को गुजरात की ओर ले जाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब वह मुख्यमंत्री थे, तो कोई भी परियोजना महाराष्ट्र से बाहर नहीं गई थी, लेकिन "पिछले ढाई साल में जब से शिंदे (मिंढे) वहां गए हैं, सब कुछ गुजरात ले जाया जा रहा है।" ठाकरे ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह लड़ाई सिर्फ सत्ता की नहीं है, बल्कि महाराष्ट्र की लूट को रोकने की है। उनका यह बयान बीजेपी की नीतियों और राज्य में उसके विकास कार्यों पर सवाल खड़ा करता है।

अमित शाह की गुप्त बैठक का खुलासा

उद्धव ठाकरे ने नागपुर में हाल ही में हुई अमित शाह की एक बंद कमरे की बैठक का जिक्र करते हुए बड़ा खुलासा किया। उन्होंने कहा, "अमित शाह ने बीजेपी नेताओं से विपक्षी दलों में फूट डालने और मुझे तथा शरद पवार को राजनीतिक रूप से खत्म करने की बात कही थी। अगर वह इतना बड़ा बयान दे सकते हैं, तो इसे जनता के सामने क्यों नहीं कहते?" ठाकरे का दावा है कि अमित शाह और बीजेपी महाराष्ट्र की राजनीतिक शक्ति को कमजोर करना चाहते हैं ताकि राज्य की संपत्तियों पर नियंत्रण हासिल कर सकें।

शिवसेना-बीजेपी गठबंधन का अंत और आगे की रणनीति

उद्धव ठाकरे ने बीजेपी के साथ शिवसेना के तीन दशक पुराने गठबंधन को तोड़ने की घटना को भी याद किया। उन्होंने कहा, "2014 में जब बीजेपी ने विधानसभा चुनाव से पहले शिवसेना के साथ गठबंधन तोड़ा, तो भी हम 63 सीटें जीतने में सफल रहे थे।" उनका इशारा इस बात की ओर था कि शिवसेना की ताकत अकेले भी बीजेपी का मुकाबला करने में सक्षम है।

निष्कर्ष

जैसे-जैसे महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक नेताओं के बीच संघर्ष और आरोप-प्रत्यारोप की तीव्रता बढ़ती जा रही है। उद्धव ठाकरे का यह बयान बीजेपी और उसकी नीतियों पर खुला हमला है, जिसमें महाराष्ट्र की संप्रभुता और हितों की रक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। ठाकरे का दावा है कि यह सिर्फ सत्ता की लड़ाई नहीं है, बल्कि महाराष्ट्र के भविष्य और उसकी संपत्तियों की सुरक्षा की लड़ाई है।