IND vs BAN: कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में आयोजित टेस्ट मैच के पहले दिन बारिश के कारण केवल 35 ओवर ही फेंके जा सके। हालांकि, इस सीमित खेल के दौरान एक गंभीर विवाद ने सबका ध्यान खींच लिया, जब बांग्लादेश के एक सुपरफैन, टाइगर रोबी, की भारतीय फैंस द्वारा पिटाई कर दी गई। इस घटना ने न केवल मैच को बल्कि दर्शकों के बीच तनावपूर्ण माहौल को भी प्रभावित किया।
फैन की पिटाई का कारण
टाइगर रोबी की पिटाई का कारण अभी भी स्पष्ट नहीं है, लेकिन सोशल मीडिया पर कई दावे किए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि रोबी ने मैच के दौरान मोहम्मद सिराज को गालियाँ दीं, जिससे आसपास के फैंस भड़क गए। कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि रोबी ने पहले चेन्नई में भी भारतीय टीम के खिलाफ नारेबाजी की थी। इस तरह की हरकतों ने स्थानीय दर्शकों के गुस्से को भड़काने का काम किया, जिससे यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी।
बांग्लादेशी टीम का विरोध
इस पिटाई के पीछे की पृष्ठभूमि में हाल ही में बांग्लादेश में हुई हिंसा को भी देखा जा रहा है, जिसमें कई हिंदू परिवारों को नुकसान उठाना पड़ा था। इस घटना ने बांग्लादेशी टीम के प्रति भारतीय दर्शकों में नाराजगी को बढ़ा दिया, जो कानपुर में बांग्लादेश के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। इन सभी घटनाओं के चलते टाइगर रोबी की पिटाई को और भी संदिग्ध रूप में देखा जा रहा है, हालांकि इस संबंध में कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं।
कानपुर टेस्ट का पहला दिन
कानपुर टेस्ट के पहले दिन की शुरुआत बारिश के कारण देरी से हुई। टॉस सुबह 10 बजे हुआ, जिसमें भारत ने बांग्लादेश को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया। बांग्लादेश ने पहले दो विकेट जल्दी गंवाए, जिसमें दोनों सफलताएँ आकाश दीप ने हासिल कीं। हालांकि, इसके बाद बांग्लादेश ने 3 विकेट पर 107 रन बना लिए थे, जब तेज बारिश के चलते मैच को रोकना पड़ा। अंततः, मौसम की खराबी को देखते हुए मैच रेफरी ने पहले दिन का खेल खत्म करने का निर्णय लिया।
सिराज का नाम क्यों लिया गया?
इस विवाद के बीच मोहम्मद सिराज का नाम बार-बार लिया जा रहा था। कई फैंस ने सोशल मीडिया पर सिराज को लेकर टिप्पणियां की, जिसके चलते टाइगर रोबी को निशाना बनाया गया। यह दर्शाता है कि खेल के मैदान के बाहर भी क्रिकेट की भावना कितनी संवेदनशील हो सकती है, और प्रशंसकों के बीच की नफरत और प्रतिकूलता कब भड़क सकती है।
निष्कर्ष
कानपुर में हुए इस विवाद ने यह साबित कर दिया है कि क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं है, बल्कि यह कई बार भावनाओं और राष्ट्रीयता के साथ भी जुड़ जाता है। टाइगर रोबी की पिटाई ने भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के बीच की नाराजगी को उजागर किया है, और यह दिखाता है कि खेल का माहौल कितना भिन्न हो सकता है। हमें उम्मीद है कि आगे चलकर ऐसी घटनाएँ नहीं होंगी और खेल की भावना हमेशा सर्वोपरि रहेगी।