Mohammed Shami: 22 अक्टूबर 2023 से लेकर आज की तारीख तक जिस भारतीय गेंदबाज की चर्चा सबसे ज्यादा है, वो हैं मोहम्मद शमी. शमी ने 2023 वर्ल्ड कप में कमाल का प्रदर्शन किया था. वो टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे. उन्होंने 7 मैच में 24 विकेट चटकाए थे. इसमें से तीन मैच ऐसे थे जब मोहम्मद शमी ने 5 या 5 से ज्यादा विकेट लिए थे. इस बात की चर्चा इसलिए और भी ज्यादा थी क्योंकि मोहम्मद शमी वर्ल्ड कप के शुरूआती मैचों में प्लेइंग-11 का हिस्सा तक नहीं थे. यानि वो प्लेइंग-11 में कप्तान रोहित शर्मा की पहली पसंद नहीं थे. उन्हें ये मौका तब मिला जब हार्दिक पंड्या को बांग्लादेश के खिलाफ मैच में चोट लग गई.
इसके बाद 22 अक्टूबर को जब मोहम्मद शमी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ इस वर्ल्ड कप में अपना पहला मैच खेला तो पहले ही मैच में उन्होंने 54 रन देकर 5 विकेेट चटका दिए. पहले ही मैच में वो प्लेयर ऑफ द मैच रहे. इसके बाद 19 नवंबर तक फाइनल से पहले वो शानदार प्रदर्शन करते रहे. फाइनल में भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद लगभग हर खिलाड़ी अलग-अलग फॉर्मेट में मैदान में वापसी कर चुका है लेकिन शमी अब भी मैदान में नहीं लौटे हैं. इसकी वजह है उनकी एडी की चोट जिससे उबरने में उन्हें समय लग रहा है.
टेस्ट सीरीज ‘मिस’ करेंगे शमी
भारतीय टीम फिलहाल अफगानिस्तान के खिलाफ 3 मैच की टी20 सीरीज खेलने को तैयार है. लेकिन इसके बाद टेस्ट टीम का बड़ा इम्तिहान है. इंग्लैंड की टीम भारत में पांच टेस्ट मैच की सीरीज खेलने के लिए आ रही है. टेस्ट सीरीज का पहला मैच इसी महीने के आखिरी हफ्ते में खेला जाना है. ताजा अपडेट यही है कि मोहम्मद शमी इस सीरीज के शुरूआती मैच में टीम का हिस्सा नहीं होंगे. उनके कुछ करीबियों ने कुछ दिन पहले ये दावा भी किया था कि मोहम्मद शमी ने चोट में ही वर्ल्ड कप के कुछ मैच खेले. ये भी मुमकिन है कि इसी वजह से मोहम्मद शमी की तकलीफ थोड़ी बढ़ भी गई हो.
शमी टीम इंडिया के अनुभवी टेस्ट गेंदबाजों में से एक हैं. जसप्रीत बुमराह के साथ उनकी जोड़ी टेस्ट फॉर्मेट में टीम इंडिया को जीत दिलाने वाली जोड़ी रही है. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में लगातार तीसरी बार जगह बनाने के लिहाज से इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज बहुत अहम भी रहने वाली है. इसके अलावा इंग्लैंड के खिलाफ शमी की गेंदबाजी के रिकॉर्ड्स भी प्रभावित करने वाले रहे हैं. शमी ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट करियर में 15 मैच में 44 विकेट लिए हैं. ऐसे में भारतीय क्रिकेट टीम के फैंस इस बात से मायूस हैं कि इंग्लैंड के खिलाफ वो मोहम्मद शमी को ‘मिस’ करेंगे.
सेलेक्टर्स क्यों नहीं दिखा रहे हैं जल्दबाजी?
इसके पीछे एक बड़ी वजह है. कहते हैं ना दूध का जला छांछ भी फूंक-फूंक कर पीता है. चयनकर्ताओं ने जसप्रीत बुमराह की वापसी को लेकर की गई जल्दबाजी का असर देखा है. पिछले साल जसप्रीत बुमराह को एक सीरीज के बीच में फिट घोषित करके टीम में जगह दे दी गई थी. लेकिन फिर बुमराह मैदान में उतरने से पहले ही टीम से बाहर हो गए. इस वजह से सेलेक्शन कमेटी और नेशनल क्रिकेट एकेडमी पर गंभीर सवाल उठे थे. जिसका जवाब देना मुश्किल था. बाद में सेलेक्शन कमेटी को टीम मैनेजमेंट की तरफ से ये संदेश साफ तौर पर दिया गया था कि वो बुमराह को तभी चुनें जब वो सौ फीसदी फिट हों.
इसके बाद बुमराह को पूरा समय दिया गया. बुमराह ने आयरलैंड के खिलाफ एक टी20 सीरीज से मैदान में वापसी की. इसके बाद वो एशिया कप में भी खेले. 2023 वर्ल्ड कप में उन्होंने भी शानदार गेंदबाजी की. इसके अलावा साउथ अफ्रीका में हाल ही में खत्म हुई सीरीज में भी उनका दमदार प्रदर्शन देखने को मिला. मोहम्मद सिराज के साथ उनकी जबरदस्त गेंदबाजी की बदौलत भारत ने केपटाउन टेस्ट में मेजबान टीम को हराया था. जसप्रीत बुमराह ने सीरीज में 12 विकेट लिए थे. ये बताना जरूरी है कि भारतीय टीम के टेस्ट क्रिकेट इतिहास में केपटाउन में पहली बार जीत मिली थी.
दो और वजहों से इत्मिनान में टीम इंडिया
टीम इंडिया के सेलेक्टर्स दो और वजहों से इत्मिनान से हैं. दरअसल इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में पांच टेस्ट मैच खेले जाने हैं. ये बात पहले से तय है कि ‘वर्कलोड मैनेजमेंट’ के तहत कोई भी तेज गेंदबाज पांचों टेस्ट मैच नहीं खेलेगा. उसे बीच में आराम दिया जाएगा. यानि शमी अगर फिट भी होते तो भी उन्हें सभी मैच में नहीं खिलाया जाता. ऐसे में अगर उनके शुरूआती 2 मैच ‘मिस’ हो भी जाते हैं तो वापसी के बाद वो बाकि बचे तीनों मैच खेल सकते हैं. जसप्रीत बुमराह को अफगानिस्तान के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए आराम दिया गया है. यानि इंग्लैंड के खिलाफ शुरूआती मैचों के लिए वो तरोताजा होकर मैदान में उतरेंगे.
इसके अलावा एक और बड़ी वजह है जिस कारण शमी की चोट को लेकर ‘पैनिक नहीं किया जा रहा है. भारतीय पिचों पर जीत दिलाने की जिम्मेदारी तेज गेंदबाजों के मुकाबले भारतीय टीम के स्पिन डिपार्टमेंट की ज्यादा होगी. भारत में परंपरागत तरीके से ‘टर्निंग ट्रैक’ पर इंग्लिश टीम का इम्तिहान होगा. दिन में 90 ओवर के खेल में तेज गेंदबाजों के कोटे में गिने चुने ओवर होंगे. जबकि स्पिन गेंदबाज ज्यादा मेहनत करेंगे. केपटाउन में जीत के बाद रोहित शर्मा का बयान वर्ल्ड क्रिकेट के लिए बड़ा संदेश था. रोहित ने केपटाउन टेस्ट के बाद कहा था कि उन्हें उछाल भरी गेंदों से दिक्कत नहीं है लेकिन फिर भारत में पहले दिन से गेंद ‘टर्न’ करे तो लोगों को रोना नहीं चाहिए. कुल मिलाकर भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए राहत की बात ये है कि मोहम्मद शमी को फिट होने के लिए पूरा समय देने की स्थिति में हम हैं.