Share Market Crash:किसकी लगी शेयर बाजार को नजर, खुलते ही डूब गए 5.15 लाख करोड़

11:13 AM Nov 04, 2024 | zoomnews.in

Share Market Crash: दिवाली के बाद शेयर बाजार की चमक फीकी पड़ गई है। 4 नवंबर को कारोबारी हफ्ते की शुरुआत के साथ ही भारतीय शेयर बाजार में जोरदार गिरावट दर्ज की गई। शुरुआत में हल्की गिरावट के साथ बाजार खुला, लेकिन पहले 15 मिनट में ही सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट देखने को मिली। इस गिरावट के चलते निवेशकों के करीब 5.15 लाख करोड़ रुपये डूब गए।

सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट

कारोबारी हफ्ते के पहले ही दिन सेंसेक्स में 1000 अंकों से ज्यादा की गिरावट देखी गई, जबकि निफ्टी भी 330 अंक टूट गया। लगभग सभी प्रमुख स्टॉक्स लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं। इस अचानक आई गिरावट ने निवेशकों को हैरान कर दिया है, और अब सवाल यह उठ रहा है कि दिवाली के बाद शेयर बाजार में इतनी गिरावट क्यों आई?

गिरावट के प्रमुख कारण: अमेरिकी चुनाव और फेड बैठक

विशेषज्ञों के अनुसार, इस गिरावट के पीछे मुख्य कारण अमेरिका में होने वाला राष्ट्रपति चुनाव और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की महत्वपूर्ण बैठक हैं। इस हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आने हैं, जो न केवल अमेरिका बल्कि वैश्विक बाजारों पर भी असर डाल सकते हैं। इसके साथ ही, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक से ब्याज दरों पर अहम निर्णय की उम्मीद है, जो बाजार की दिशा को प्रभावित कर सकता है।

इन दोनों घटनाओं के चलते निवेशक सतर्क हैं और बड़े पैमाने पर बिकवाली कर रहे हैं। आईटी शेयरों में भी कमजोर रुझान देखा जा रहा है, जिसने गिरावट को और बढ़ा दिया है।

बीएसई का मार्केट कैप घटा

शेयर बाजार में जारी गिरावट के चलते बीएसई का कुल मार्केट कैप भी घट गया है। सभी लिस्टेड कंपनियों का संयुक्त मार्केट कैप करीब 6.8 लाख करोड़ रुपये घटकर 441.3 लाख करोड़ रुपये रह गया है। सेंसेक्स में 1040 अंकों की गिरावट के साथ यह 78,683 पर कारोबार कर रहा है, जबकि निफ्टी में 330 अंकों की गिरावट के बाद यह 23,976 पर पहुंच गया है।

प्रमुख कंपनियों में गिरावट

इस गिरावट में प्रमुख कंपनियां जैसे रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, और सन फार्मा ने बड़ी भूमिका निभाई है। अकेले इन कंपनियों में गिरावट के चलते सेंसेक्स में 420 अंकों की गिरावट आई है। इसके अलावा, एलएंडटी, एक्सिस बैंक, टीसीएस और टाटा मोटर्स ने भी सूचकांक को नीचे धकेला है।

बाजार पर आगे का असर

विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में यह गिरावट अस्थाई हो सकती है, लेकिन अमेरिकी चुनाव और फेड की बैठक के नतीजों के आधार पर बाजार की आगे की दिशा तय होगी। दिवाली के बाद निवेशकों की उम्मीद थी कि बाजार में तेजी देखने को मिलेगी, लेकिन फिलहाल स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।

निष्कर्ष

इस अचानक आई गिरावट ने निवेशकों के लिए एक सबक दिया है कि वैश्विक घटनाओं का असर भारतीय शेयर बाजार पर कितना गहरा हो सकता है। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे धैर्य बनाए रखें और बाजार की अनिश्चितता के बीच समझदारी से निवेश करें।