IND vs NZ: भारतीय क्रिकेट टीम इन दिनों कठिन दौर से गुजर रही है। अपने ही घर में लगातार दो टेस्ट मैचों में हार का सामना करने के बाद टीम इंडिया ने 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 से पिछड़ते हुए सीरीज भी गंवा दी। न्यूजीलैंड ने पहले बेंगलुरु और फिर पुणे टेस्ट में शानदार जीत दर्ज करते हुए सीरीज पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। भारतीय बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन घरेलू दर्शकों के सामने बेहद निराशाजनक साबित हुआ है, जिसमें भारतीय टीम की कमजोर बल्लेबाजी के कारण उसे दोनों ही टेस्ट मैचों में हार का सामना करना पड़ा।
बेंगलुरु टेस्ट: शुरुआती हार से झटका
पहले टेस्ट में भारतीय टीम का प्रदर्शन उम्मीद से बेहद कमतर रहा। पहले ही दिन टीम इंडिया पहली पारी में महज 46 रनों पर ढेर हो गई। दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजों ने थोड़ी मेहनत दिखाई, लेकिन न्यूजीलैंड की टीम के सामने टिक नहीं पाई, और भारत को 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। भारतीय बल्लेबाजों का खराब फॉर्म अगले टेस्ट में भी बरकरार रहा।
पुणे टेस्ट: दूसरी हार और सीरीज का अंत
दूसरे टेस्ट में भी भारतीय टीम ने अपने घरेलू मैदान पर संघर्ष किया। पहली पारी में न्यूजीलैंड की गेंदबाजी के सामने भारतीय टीम मात्र 156 रनों पर सिमट गई। जब भारतीय टीम दूसरी पारी में 359 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी, तो एक बार फिर उसके बल्लेबाज उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे और पूरी टीम 245 रनों पर ढेर हो गई। इस हार के साथ ही भारतीय टीम ने सीरीज में 2-0 से पीछे रहकर सीरीज गंवा दी।
कोहली का गुस्सा फूटा
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली के लिए पुणे टेस्ट बहुत निराशाजनक साबित हुआ। कोहली, जो अपनी आक्रामकता और बेमिसाल बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं, इस मैच में सिर्फ एक और 17 रनों की छोटी पारी खेल सके। दोनों ही पारियों में कोहली न्यूजीलैंड के स्पिनर मिचेल सैंटनर का शिकार बने। दूसरी पारी में एलबीडब्लू आउट होने के बाद कोहली ने अपना गुस्सा रास्ते में पड़े वॉटर बॉक्स पर निकाल दिया और अपना बल्ला गुस्से में मारते हुए ड्रेसिंग रूम की ओर बढ़ गए। यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो गया है, जिसमें कोहली की निराशा साफ झलकती है।
भारतीय टीम की आगामी चुनौतियां
भारतीय टीम की यह हार दर्शकों और विशेषज्ञों के लिए बड़ा सवाल बनकर सामने आई है। घरेलू मैदान पर भी टीम का प्रदर्शन खराब होना दर्शाता है कि भारतीय टीम को अपनी बल्लेबाजी और रणनीति में बड़े बदलाव करने होंगे। कोहली समेत अन्य सीनियर खिलाड़ियों पर भी अब इस चुनौतीपूर्ण दौर में टीम को संभालने की जिम्मेदारी है।
अब देखना यह होगा कि क्या भारतीय टीम अगले मैच में हार का सिलसिला तोड़ पाती है, या फिर न्यूजीलैंड की टीम क्लीन स्वीप करने में सफल रहती है।