Political News: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में नए नेतृत्व की घोषणा की है. पार्टी ने मध्य प्रदेश में मोहन यादव, राजस्थान में भजन लाल शर्मा और छत्तीसगढ़ में विष्णु साय को मुख्यमंत्री बनाया है. तीनों राज्यों में नए चेहरे के चुनाव के बाद पुराने नेताओं वसुंधरा राजे, शिवराज सिंह चौहान और रमन सिंह के भविष्य पर सवाल खड़े हो गए हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनकी भविष्य की भूमिका और पार्टी द्वारा नए मुख्यमंत्रियों की चयन प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बात की.
जेपी नड्डा ने न्यूज चैनल के कार्यक्रम में कहा, सभी तीन पूर्व सीएम पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और उन्हें उनके कद के हिसाब से काम दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि पार्टी में हर किसी को उसका हक दिया गया है. हमारी पार्टी एक छोटे से कार्यकर्ता का भी उपयोग करने से नहीं रुकती. यह पूछे जाने पर कि क्या पूर्व मुख्यमंत्रियों में से किसी ने असंतोष दर्ज किया है, नड्डा ने कहा कि कुछ हद तक बैठ जाओ जैसी भाषा का उपयोग उचित नहीं है. मैं उनसे कहता हूं कि आपने पार्टी में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
जेपी नड्डा ने और क्या क्या?
बीजेपी अध्यक्ष ने आगे बताया कि उनकी पार्टी न केवल वरिष्ठ पदों पर बल्कि जमीनी स्तर पर भी किसी नेता का चयन करने के लिए गहन रिसर्च करती है. बीजेपी में सभी कार्यकर्ताओं पर गहराई से नजर रखी जाती है. उनके इतिहास, उनकी गतिविधियों और उनकी प्रतिक्रियाओं पर. हमारे पास एक विशाल डेटा बैंक है और हम समय-समय पर इसका अध्ययन करते हैं.
मुख्यमंत्री के चयन पर जेपी नड्डा ने कहा, यह प्रक्रिया उस समय शुरू हुई जब चुनाव की तारीखें घोषित की गईं और पार्टी ने टिकट देना शुरू किया. जब से हमने उम्मीदवारों को टिकट दिए हमारा नेता कौन होगा, विपक्ष या सत्ता पक्ष के लिए कौन अच्छा नेता होगा, तभी से चयन की प्रक्रिया शुरू हो गई. यह एक सतत प्रक्रिया है. चुनाव नतीजे आने के बाद यह सिलसिला तेज हो गया है. गहन मंत्रणा होती है. यही बात कैबिनेट चयन के लिए भी लागू होती है.
बता दें कि इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया है. पार्टी ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सरकार बनाई है. मध्य प्रदेश में बीजेपी को 163, राजस्थान में 115 और छत्तीसगढ़ में 54 सीटों पर दर्ज की. मध्य प्रदेश में जहां बीजेपी ने सरकार में वापसी की है तो राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को सत्ता से हटा दिया है.