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India-Canada Relations:G7 के दौरान कनाडा के PM को पीएम मोदी ने क्या कहा था, जस्टिन ट्रूडो ने बताई ये बात

India-Canada Relations: इटली के जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बीच मुलाकात के दौरान क्या बातचीत हुई थी। इस बारे में कोई नहीं जानता। मगर अब ट्रूडो ने बताया कि उन्होंने पीएम मोदी को तीसरी बार निर्वाचित होने की

India-Canada Relations: इटली में 13 से 15 जून तक चले जी 7 शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री के बीच हुई औपचारिक मुलाकात ने बहुतों को हैरान किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब अपने एक्स हैंडल पर कनाडाई प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात की तस्वीर को शेयर किया तो तहलका मच गया। दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात ऐसे वक्त में हुई जब पिछले कई महीनों से भारत और कनाडा के बीच तनाव चरम पर चल रहा है। नवंबर 2023 में भारत में हुई जी 20 सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अपने देश लौटते ही भारत पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले में आरोप लगाकर सनसनी फैला दी थी। हालांकि भारत ने उनके आरोपों को निरधार बताकर तत्काल ही खारिज कर दिया था। 

तब से दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया। मगर जी 7 में अचानक हुई दोनों नेताओं की मुलाकात ने हर किसी को हैरत में डाल दिया था। जस्टिन ट्रूडो को मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने कौन सी बात कही और दोनों नेताओं के बीच इस संक्षिप्त मुलाकात में क्या-क्या बात हुई, इस बारे में अब तक किसी को कोई जानकारी नहीं थी। मगर अब जस्टिन ट्रूडो ने स्वयं इस बात का खुलासा कर दिया है कि दोनों नेताओं के बीच आपस में क्या बातचीत हुई। 

जस्टिन ट्रूडो ने बताई मुलाकात के बाद की प्राथमिकता

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने शनिवार को कहा कि जी7 शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उनकी मुलाकात के बाद कुछ ‘‘बहुत महत्वपूर्ण मुद्दों’’ से निपटने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता है। मोदी ने शुक्रवार को दोनों नेताओं के हाथ मिलाने की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की, जिसमें कहा गया है, ‘‘जी 7 शिखर सम्मेलन में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से मुलाकात की।’’ दक्षिणी इटली के अपुलिया में जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान हुई यह बैठक खालिस्तान समर्थक चरमपंथ को लेकर तनावपूर्ण राजनयिक संबंधों के बीच पहली बैठक है। पिछले वर्ष कनाडा द्वारा लगाये गए आरोपों को भारतीय विदेश मंत्रालय ने ‘‘बेतुका और प्रेरित’’ बताते हुए दृढ़तापूर्वक खारिज कर दिया था। ट्रूडो ने शनिवार को तीन दिवसीय जी7 शिखर सम्मेलन के समापन पर संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं इस महत्वपूर्ण, संवेदनशील मुद्दे के विवरण में नहीं जाऊंगा, जिस पर हमें आगे काम करने की आवश्यकता है। लेकिन यह आने वाले समय में कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दों से निपटने के लिए एक साथ काम करने की प्रतिबद्धता है।’’

ट्रूडो -मोदी में क्या हुई बात

इटली में शुक्रवार शाम बैठक के तुरंत बाद, कनाडा के प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि हमने ‘‘द्विपक्षीय संबंधों पर मुलाकात के दौरान संक्षिप्त चर्चा’’ की। इस दौरान ट्रूडो ने मोदी को उनके पुनः निर्वाचित होने पर बधाई भी दी। कनाडा की प्रेस समाचार एजेंसी ने प्रवक्ता एन-क्लारा वैलानकोर्ट के हवाले से कहा, ‘‘बेशक, इस समय हमारे दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण मुद्दे हैं। आप समझ सकते हैं कि हम इस समय कोई और बयान नहीं देंगे।’’ भारत का कहना रहा है कि दोनों देशों के बीच मुख्य मुद्दा यह है कि कनाडा अपने भू-भाग से संचालित हो रहे खालिस्तान समर्थक तत्वों को जगह दे रहा है। भारत ने कनाडा को बार-बार अपनी ‘‘गहरी चिंताओं’’ से अवगत कराया है और नई दिल्ली को उम्मीद है कि ओटावा उन तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा।

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