Virat Kohli News: मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड की वही पाटा विकेट, जहां ऑस्ट्रेलिया के स्टार बल्लेबाज स्टीव स्मिथ ने शानदार शतक ठोका और तीन अन्य कंगारू बल्लेबाजों ने अर्धशतक जड़कर अपनी टीम का स्कोर 474 रन तक पहुंचा दिया, वहीं टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली पहली पारी में बुरी तरह असफल साबित हुए। विराट ने 76 रनों की संघर्षपूर्ण पारी खेली, लेकिन वह फिर से अपने कमजोर पहलू, ऑफ स्टंप के बाहर की गेंद पर छेड़छाड़ करते हुए आउट हो गए।
विराट कोहली का विकेट:
कोहली का विकेट 43वें ओवर में गिरा। स्कॉट बोलैंड की एक जबरदस्त गुड लेंग्थ गेंद, जो पांचवें स्टंप के बाहर थी, को खेलने के चक्कर में उन्होंने अपने बल्ले का किनारा दे दिया। विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने यह आसान कैच लपक लिया। इस विकेट ने भारतीय बल्लेबाजी क्रम को गहरे संकट में डाल दिया।
क्या यशस्वी जायसवाल की वजह से आउट हुए कोहली?
कोहली के आउट होने के बाद यह चर्चा जोरों पर है कि उनकी गलती यशस्वी जायसवाल के विकेट की वजह से हुई। 41वें ओवर में यशस्वी जायसवाल रन आउट हुए, और यह घटना विराट कोहली के ध्यान को भंग करने वाली साबित हुई।
यशस्वी और कोहली के बीच गलतफहमी के चलते जायसवाल को अपना विकेट गंवाना पड़ा। कमेंट्री कर रहे पूर्व क्रिकेटर्स का भी मानना था कि जायसवाल के आउट होने के बाद विराट मानसिक रूप से असंतुलित हो गए, जिससे वह भी अगली ही गेंदों में अपना विकेट गंवा बैठे।
जायसवाल के आउट होने का साइड-इफेक्ट:
विराट और यशस्वी ने टीम इंडिया को शुरुआती झटकों से उबारते हुए 102 रनों की साझेदारी की थी। लेकिन जायसवाल के 82 रन पर आउट होने के बाद पूरी पारी बिखर गई। सिर्फ 7 गेंदों के अंदर विराट का विकेट गिरा और अगले ही ओवर में आकाशदीप भी पवेलियन लौट गए। इस तरह टीम इंडिया ने मात्र 6 रनों के अंदर 3 अहम विकेट गंवा दिए।
टीम इंडिया की स्थिति गंभीर:
दूसरे दिन के अंत तक टीम इंडिया ने 164 रन पर 5 विकेट गंवा दिए हैं। भारत अब भी ऑस्ट्रेलिया से 310 रन पीछे है। हालांकि, क्रीज पर अभी ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा जमे हुए हैं। निचले क्रम में नीतीश कुमार रेड्डी और वॉशिंगटन सुंदर से कुछ उम्मीदें हैं, लेकिन भारतीय टीम के लिए यह स्थिति काफी चुनौतीपूर्ण है।
निष्कर्ष:
मेलबर्न टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। विराट कोहली का आउट होना और जायसवाल का रन आउट दोनों ही अहम मोड़ साबित हुए। अब भारत को मुकाबले में बने रहने के लिए पंत और जडेजा से बड़ी साझेदारी की जरूरत होगी। अगर निचला क्रम भी जल्दी पवेलियन लौटता है, तो मैच में वापसी करना लगभग असंभव होगा।