US Presidential Election: अमेरिका में आगामी 5 नवंबर को होने वाले चुनावों के लिए प्रचार जोरों पर है। रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप अपनी चुनावी रैलियों में जोर-शोर से अपनी नीतियों को आगे बढ़ा रहे हैं। शुक्रवार को मिशिगन के डेट्रॉयट में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए ट्रंप ने उपराष्ट्रपति और अपनी प्रतिद्वंद्वी कमला हैरिस की आर्थिक नीतियों को देश के लिए एक “आर्थिक आपदा” बताया। ट्रंप ने वादा किया कि अगर वह चुनाव जीत जाते हैं, तो अमेरिका के लिए एक नए “आर्थिक चमत्कार” की शुरुआत करेंगे।
अमेरिकी उत्पादों और नौकरियों पर जोर
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी उत्पादों के निर्माण और उनकी खरीद को बढ़ावा देने का वादा किया है। अमेरिकी अर्थव्यवस्था फिलहाल मंदी की चुनौतियों का सामना कर रही है, और इस संकट के दौर में रोजगार एक बड़ा चुनावी मुद्दा बन गया है। ट्रंप ने बाइडेन प्रशासन की प्रवासी नीति को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है और कहा है कि उनकी नीतियां विदेशी कामगारों को लाभ देती हैं, जिससे अमेरिकी श्रमिक प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी प्राथमिकता अमेरिकी कामगारों के लिए अधिक से अधिक नौकरियां सृजित करना होगी।
कमला हैरिस की नीतियों पर ट्रंप का हमला
ट्रंप ने अपने भाषण में कमला हैरिस की आर्थिक नीतियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उनका एजेंडा देश की अर्थव्यवस्था के लिए हानिकारक है। ट्रंप ने आरोप लगाया कि हैरिस की नीतियों के कारण हाल के समय में निजी क्षेत्र की लगभग 30,000 नौकरियां और विनिर्माण क्षेत्र की लगभग 50,000 नौकरियां खत्म हो गई हैं। उन्होंने कहा कि इन नीतियों के कारण अमेरिकी कामगार आर्थिक रूप से संकट में हैं और उन्हें बचाने के लिए एक ठोस आर्थिक चमत्कार की जरूरत है, जिसे वह लागू करेंगे।
“देश को बर्बाद कर रही हैं हैरिस” – ट्रंप
ट्रंप ने कमला हैरिस पर सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी नीतियां देश के लिए विनाशकारी हैं। ट्रंप का कहना है कि हैरिस की नीतियों के कारण अमेरिकी कामगारों को असुरक्षित महसूस हो रहा है और वे आर्थिक रूप से कमजोर हो रहे हैं। उन्होंने सभा में कहा, “आप डूब रहे हैं,” जो उन्होंने अमेरिकी कामगारों की स्थिति पर जोर देने के लिए कहा। ट्रंप ने अपनी सरकार के दौरान अमेरिकियों के लिए आर्थिक अवसर बढ़ाने और रोजगार के नए साधन सृजित करने का वादा किया।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर ट्रंप की स्थिति
डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी अपनी राय रखते हुए कहा कि अगर वह राष्ट्रपति होते, तो यह युद्ध कभी शुरू नहीं होता। उन्होंने कहा कि उनकी नीतियों के कारण दुनिया में शांति और स्थिरता बनी रहती। ट्रंप ने बाइडेन प्रशासन की विदेश नीति पर सवाल उठाए, खासकर यूक्रेन और रूस के बीच संघर्ष को लेकर। उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रपति बने तो यूक्रेन में शांति बहाल करेंगे और पश्चिम एशिया में अराजकता को रोकेंगे। ट्रंप ने दावा किया कि उनके कार्यकाल में कभी भी “तृतीय विश्व युद्ध जैसी स्थिति” पैदा नहीं होगी।
बाइडेन प्रशासन की कमजोर विदेश नीति पर ट्रंप का हमला
ट्रंप लंबे समय से बाइडेन प्रशासन की विदेश नीति की आलोचना करते आ रहे हैं। ट्रंप ने कहा कि बाइडेन ने यूक्रेन युद्ध को रोकने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए और गाजा युद्ध में भी उनकी कमजोर नीतियों ने ही समस्या को और बढ़ाया। ट्रंप ने यह भी आरोप लगाया कि बाइडेन की कमजोर विदेश नीति के कारण अमेरिका की वैश्विक स्थिति कमजोर हुई है। उनका कहना है कि उनकी सरकार अमेरिका की शक्ति और प्रभुत्व को पुनः स्थापित करेगी और दुनिया भर में शांति की दिशा में ठोस कदम उठाएगी।
ट्रंप की नई आर्थिक दृष्टि
ट्रंप ने अपनी रैलियों में यह संदेश दिया है कि वह अमेरिका को एक नई आर्थिक दिशा में ले जाना चाहते हैं। उनकी प्राथमिकता है कि अमेरिकी उत्पादों का निर्माण और उनकी खरीद को बढ़ावा मिले, ताकि अमेरिकी कामगारों को नौकरी के अधिक अवसर प्राप्त हों। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार “मेड इन यूएसए” के सिद्धांत पर काम करेगी और अमेरिकी उद्योग को पुनर्जीवित करेगी।
निष्कर्ष
डोनाल्ड ट्रंप का चुनावी अभियान अमेरिकी अर्थव्यवस्था, रोजगार, और विदेशी मामलों के इर्द-गिर्द घूम रहा है। जहां वह खुद को अमेरिका के लिए एक मजबूत नेता के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं, वहीं वह बाइडेन और हैरिस की नीतियों को देश के लिए नुकसानदायक बता रहे हैं। ट्रंप का “आर्थिक चमत्कार” का वादा और रोजगार सृजन पर जोर अमेरिकी मतदाताओं को किस हद तक प्रभावित करेगा, यह देखना बाकी है।