Assembly Election 2024: आज साढ़े तीन बजे चुनाव आयोग महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम का औपचारिक ऐलान करेगा। आयोग की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और इस संबंध में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई है। 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है, इसलिए चुनाव प्रक्रिया इसके पहले संपन्न होनी चाहिए। वहीं, 81 सीटों वाली झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी, 2025 को समाप्त होगा, जिससे यह भी अनुमान है कि चुनाव दिसंबर 2024 के अंत तक हो सकते हैं।
उपचुनावों की भी हो सकती है घोषणा
चुनाव आयोग कुछ अन्य सीटों पर होने वाले उपचुनावों की तारीखें भी आज घोषित कर सकता है। इनमें सबसे प्रमुख सीट वायनाड लोकसभा सीट है, जो विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा खाली की गई थी। राहुल गांधी ने वायनाड और अमेठी दोनों से चुनाव लड़ा था, लेकिन वायनाड सीट छोड़ दी थी। अब कांग्रेस ने प्रियंका गांधी वाड्रा को वायनाड से उम्मीदवार बनाने की घोषणा की है, जिससे यह सीट चर्चा में है।
छठ पूजा के बाद हो सकते हैं चुनाव
यह संभावना है कि महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव छठ पूजा के बाद आयोजित किए जाएंगे। झारखंड के नेताओं ने आयोग से दीपावली, छठ पूजा और राज्य स्थापना दिवस के बाद चुनाव कराने का अनुरोध किया था। छठ पूजा 8 नवंबर को है, इसलिए यह संभव है कि चुनाव इसके बाद आयोजित हों। झारखंड और महाराष्ट्र में दो या अधिक चरणों में चुनाव कराए जाने की संभावना भी जताई जा रही है।
प्रमुख गठबंधन और प्रतिस्पर्धा
महाराष्ट्र में प्रमुख मुकाबला सत्तारूढ़ महायुति और महा विकास अघाड़ी के बीच होगा। महायुति में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) शामिल हैं, जबकि महा विकास अघाड़ी में कांग्रेस, शरद पवार की एनसीपी (एनसीपी-एसपी) और उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख हैं।
वहीं, झारखंड में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) इंडिया गठबंधन का हिस्सा है और इसका मुकाबला भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से होगा। एनडीए में भाजपा, ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) और जनता दल (यूनाइटेड) शामिल हैं।
पिछली बार का चुनावी परिदृश्य
2019 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव एक ही चरण में आयोजित हुए थे, जिसमें 21 अक्टूबर को मतदान और 24 अक्टूबर को परिणाम आए थे। झारखंड में चुनाव पांच चरणों में हुए थे, जिसमें 30 नवंबर से लेकर 20 दिसंबर तक वोटिंग हुई थी और 23 दिसंबर को परिणाम घोषित किए गए थे।
इस बार भी दोनों राज्यों में कई चरणों में चुनाव होने की संभावना है। चुनाव आयोग की घोषणा के बाद राजनीतिक दलों की सक्रियता बढ़ जाएगी और चुनाव प्रचार तेजी से शुरू होगा।