Border-Gavaskar Trophy:भारत के लिए ये खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर होगा 'तुरुप का इक्का'

09:15 PM Aug 22, 2024 | zoomnews.in

Border-Gavaskar Trophy: बॉर्डर-गावस्कर सीरीज 2024-25 का आगाज होने में करीब 3 महीने का समय बाकी है लेकिन क्रिकेट जगत के दिग्गज अभी से ही इस धमाकेदार सीरीज को लेकर कई तरह की भविष्यवाणी करने में लगे हुए हैं। इस फेहरिस्त में अब ऑस्ट्रेलिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज मैथ्यू हेडन का नाम शामिल हो गया है। हेडन ने बॉर्डर-गावस्कर सीरीज को लेकर बड़ा बयान दिया है। उनका मानना है कि ऋषभ पंत इस साल के अंत में खेली जाने वाली पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत के लिए अहम खिलाड़ी साबित होंगे। उन्होंने इसके पीछे की वजह का भी खुलासा किया। महान बल्लेबाज ने कहा कि पंत ने पिछले आस्ट्रेलिया दौरे अपनी टीम को जिताकर सनसनी मचाई थी और यही वजह है कि इस बार सभी की निगाहें उन्हीं पर लगी होंगी। बता दें, बॉर्डर-गावस्कर सीरीज का 22 नवंबर से पर्थ में आगाज होगा। 

ऑस्ट्रेलियन भी हुए पंत के मुरीद

हेडन ने सीएट क्रिकेट रेटिंग अवार्ड्स के मौके पर मीडिया से कहा कि ऋषभ पंत के अंदर जीत की भूख है और उसकी ‘मसल मेमरी’ शानदार है। पिछली बार जब वो यहां खेला था तो अहम खिलाड़ी रहा था और ऑस्ट्रेलियन फैंस को भी उसका गेम काफी पसंद आया था। पंत साल 2022 के आखिर में हुए एक कार एक्सीडेंट में गंभीर रुप से घायल हो गए थे जिसके बाद उन्हें लंबे समय के लिए मैदान से बाहर होना पड़ा। हालांकि उन्होंने कड़ी मेहनत और जज्बे के दम पर टीम इंडिया में वापसी की और अब वह एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया में बल्ले से कमाल करने के लिए तैयार हैं। 

ऋषभ पंत ने किया था कमाल 

साल 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पंत ने बल्ले से कमाल का खेल दिखाया था। इस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने शुरुआती एडिलेड टेस्ट में 36 रन पर ऑल आउट होने के बाद वापसी करते हुए 2-1 की जीत से लगातार दूसरी बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने नाम की। पंत ने इस सीरीज के तीसरे और चौथे टेस्ट की दूसरी पारी में क्रमश: 97 और 98 रनों की पारी खेली थी। भारत के लिए ये सीरीज जीतना इसलिए भी ऐतिहासिक रहा क्योंकि कोहली को पहले टेस्ट के बाद भारत लौटना पड़ा था जबकि जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी समेत कई बड़े खिलाड़ी चोट और फिटनेस संबंधी दिक्कतों के कारण आखिरी टेस्ट में नहीं खेले थे। 

हेडन ने कहा कि भारतीय नजरिए से से यह चीज शानदार है कि पिछली जीत के दौरान उनके पास विराट कोहली नहीं थे। गाबा (ब्रिसबेन) में जिस तरह से टीम ने जीत हासिल की थी, वो दूसरे दर्जे के गेंदबाजी लाइन अप वाली टीम थी।