Mohammed Shami: कानपुर टेस्ट में बांग्लादेश को 7 विकेट से हराकर सीरीज पर 2-0 से कब्जा करने के बाद भी टीम इंडिया की चिंताएं कम नहीं हो रही हैं। कप्तान रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर की टेंशन की वजह है प्रमुख तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की चोट। शमी, जो पहले टखने की सर्जरी कराकर रिकवरी कर रहे थे, अब घुटने की सूजन की समस्या से जूझ रहे हैं। उनकी इस नई चोट ने टीम इंडिया के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं, खासकर न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले आगामी टेस्ट मैचों के मद्देनजर।
1.5 से 2 महीने तक क्रिकेट से बाहर रहेंगे शमी
मोहम्मद शमी भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य पेस अटैक का अहम हिस्सा हैं। हालांकि, इंजरी के कारण वह करीब 10 महीने से टीम से बाहर हैं। फरवरी 2023 में हुई सर्जरी के बाद शमी ने रिहैबिलिटेशन शुरू किया था और बेंगलुरु के नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) में अपनी फिटनेस पर काम कर रहे थे। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, शमी तेजी से रिकवरी कर रहे थे, लेकिन अब घुटने की सूजन उनकी वापसी में बाधा बन रही है। उन्हें लगभग 6 से 8 सप्ताह तक क्रिकेट से दूर रहना पड़ सकता है, जिससे उनकी वापसी में और देरी हो सकती है।
शमी 11 अक्टूबर से शुरू होने वाली रणजी ट्रॉफी में बंगाल की ओर से खेलकर अपनी वापसी करने वाले थे, लेकिन अब ऐसा मुश्किल लग रहा है। उनकी इस चोट से टीम इंडिया के न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उनके खेलने की संभावनाएं भी प्रभावित हो सकती हैं।
ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले शमी का फिट होना महत्वपूर्ण
कप्तान रोहित शर्मा और हेड कोच गौतम गंभीर शमी को 16 अक्टूबर से न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मौका देने पर विचार कर रहे थे। हालांकि, घुटने की चोट के कारण यह अब मुश्किल नजर आ रहा है। साथ ही, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का आगाज भी 22 नवंबर से होने जा रहा है, जिसमें शमी की भागीदारी टीम के लिए बेहद जरूरी थी। यह टेस्ट सीरीज भारत के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल की तैयारी का हिस्सा होगी, इसलिए शमी का समय रहते फिट होना टीम की प्राथमिकता है।
शमी ने आखिरी टेस्ट मैच जून 2023 में WTC फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ओवल में खेला था। इसके बाद से उन्होंने कोई प्रतिस्पर्धी मुकाबला नहीं खेला है, जिससे उनकी वापसी और भी चुनौतीपूर्ण हो गई है।
NCA की मेडिकल टीम के लिए बड़ा झटका
मोहम्मद शमी की इस चोट ने NCA की मेडिकल टीम को भी बड़ा झटका दिया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, मेडिकल टीम पिछले एक साल से शमी की रिकवरी पर काम कर रही थी, लेकिन अब उनकी चोट के कारण पूरी प्रक्रिया को फिर से देखना होगा। शमी की सर्जरी के बाद उन्होंने 4 महीने का समय लिया था, और अब यह घुटने की सूजन उनकी फिटनेस को लेकर नए सवाल खड़े कर रही है।
BCCI की मेडिकल टीम खिलाड़ियों की रिकवरी में आम तौर पर धीमी प्रक्रिया अपनाती है और केवल जरूरत पड़ने पर ही सर्जरी का विकल्प चुनती है। जसप्रीत बुमराह, श्रेयस अय्यर, और केएल राहुल जैसे खिलाड़ियों को रिहैब के जरिए फिट किया गया है। शमी के मामले में भी उनकी तेजी से रिकवरी पर ध्यान दिया जा रहा है ताकि वह जल्द से जल्द मैदान पर वापसी कर सकें।
निष्कर्ष
मोहम्मद शमी की नई चोट ने टीम इंडिया की आगामी योजनाओं में बदलाव ला दिया है। न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में उनकी भागीदारी अनिश्चित हो गई है, और यह चोट टीम के पेस अटैक के लिए एक बड़ा झटका हो सकती है। BCCI और NCA की मेडिकल टीम शमी को जल्द से जल्द फिट करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है, लेकिन उनकी समय पर वापसी का सवाल अभी भी बना हुआ है।