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Bihar Politics:JDU कोटे से 9 मंत्री होंगे नीतीश मंत्रिमंडल में, नेताओं को CM का फोन

Bihar Politics: जेडीयू कोटे से सिर्फ़ एक बदलाव किया गया है. संजय झा की जगह महेश्वर हज़ारी को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा रहा है. संजय झा अब राज्यसभा सांसद बन गए हैं. अब वो दिल्ली की राजनीति करेंगे. नीतीश कुमार अपने भरोसेमंद नेता को दिल्ली भेजना चाहते थे.

Bihar Politics: बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार होना है. क़रीब 45 दिनों बाद नीतीश सरकार में नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी. ये मंत्रिमंडल विस्तार वैसे तो 14 मार्च यानी गुरुवार को होना था. लेकिन बीजेपी कोटे से बनने वाले मंत्रियों के नाम फाइनल नहीं हो पाए. इसी वजह से ये विस्तार टल गया है. अभी नीतीश कुमार समेत नौ मंत्री हैं. जिसमें बीजेपी कोटे से दो डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा भी शामिल हैं. इन सबने 28 जनवरी को शपथ ली थी. इनके साथ ही जेडीयू के विजय चौधरी, विजेंद्र यादव और श्रवण कुमार ने मंत्री पद की शपथ ली थी. बिहार में 36 मंत्री हो सकते हैं. अभी सीएम समेत नौ मंत्री हैं. इसका मतलब ये है कि 27 नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है.

आइये अब आपको मंत्रिमंडल विस्तार से पहले ही शपथ लेने वाले मंत्रियों के बारे में बताते हैं. जेडीयू कोटे से 9 मंत्री बनाए जा सकते हैं. इनमें से 8 पहले भी नीतीश सरकार में मंत्री थे. लेकिन तब बिहार में आरजेडी और कांग्रेस के साथ गठबंधन वाली सरकार थी.

जेडीयू कोटे से सिर्फ एक बदलाव

जेडीयू कोटे से सिर्फ़ एक बदलाव किया गया है. संजय झा की जगह महेश्वर हज़ारी को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा रहा है. संजय झा अब राज्यसभा सांसद बन गए हैं. अब वो दिल्ली की राजनीति करेंगे. नीतीश कुमार अपने भरोसेमंद नेता को दिल्ली भेजना चाहते थे. इसीलिए उन्होंने संजय झा को चुना. इससे पहले वे बिहार सरकार में जल संसाधन मंत्री थे. हजारी इससे पहले बिहार विेधानसभा में उपाध्यक्ष थे. वे दलित समाज से आते हैं.

अनुसूचित जाति से जेडीयू के चार नेता मंत्री

अनुसूचित जाति से जेडीयू के चार नेताओं को मंत्री बनाया जा रहा है. सबसे पहला नाम अशोक चौधरी का है. उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का करीबी नेता बताया जाता है. हाल में ही उन्होंने भीम संवाद नाम से दलित समाज के लोगों की एक बड़ी रैली की थी. वो हमेशा नीतीश कुमार के साथ देखे जाते हैं. पिछली सरकार में अशोक चौधरी भवन निर्माण मंत्री थे. वह बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.

पूर्व IPS अफ़सर सुनील कुमार को भी मंत्री बनाया जा रहा है. वो भी दलित बिरादरी से हैं. दलित समाज के ही रत्नेश सदा को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल रही है. इन सभी नेताओं को फ़ोन कर बताया जा चुका है कि वे मंत्री बन रहे हैं.

मंत्रिमंडल विस्तार में जेडीयू से जिन बाक़ी 5 नेताओं को शामिल किया गया है, वे पहले भी मंत्री रहे हैं. पांच बार की विधायक लेसी सिंह को फिर से कैबिनेट मंत्री बनाया जा रहा है. वे जब पहली बार विधायक बनीं थीं, तब उनके पति की हत्या हो गई थी. वो ठाकुर जाति से आती हैं.

नीतीश सरकार में इकलौते मुस्लिम मंत्री

दरभंगा के बहादुरपुर से विधायक मदन सहनी को भी मंत्री बनाया जा सकता है. वे अति पिछड़े वर्ग से आते हैं. बिहार के कुछ इलाकों में मल्लाह वोटरों का अच्छा प्रभाव है. कुशवाहा बिरादरी के जयंत राज को फिर से मंत्री बनाया जा रहा है. वे बांका जिले के अमरपुर से विधायक हैं. शीला मंडल नीतीश सरकार में जेडीयू कोटे से दूसरी महिला मंत्री होंगी. नीतीश सरकार में इकलौते मुस्लिम मंत्री मोहम्मद जमां खान हो सकते हैं. वे कैमूर जिले के चैनपुर से बीएसपी के टिकट पर चुनाव जीते पर बाद में जेडीयू में शामिल हो गए.

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