PM Modi In Kuwait: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में कुवैत में स्थित गल्फ स्पीक लेबर कैंप का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने वहां कार्यरत भारतीय श्रमिकों से संवाद किया और उनकी मेहनत को सराहा। पीएम मोदी ने भारतीय श्रमिकों की चुनौतियों और उनकी आकांक्षाओं को समझते हुए भारत के विकास में उनके योगदान की चर्चा की।
भारत में सबसे सस्ता डेटा: डिजिटल कनेक्टिविटी का अभूतपूर्व उदाहरण
प्रधानमंत्री ने भारत की डिजिटल क्रांति पर जोर देते हुए कहा कि आज भारत में सबसे सस्ता डेटा उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि भारत ने इंटरनेट और डिजिटल कनेक्टिविटी को सुलभ बनाकर लोगों के जीवन को सरल किया है। श्रमिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अब लोग आसानी से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अपने परिवार से जुड़े रह सकते हैं, जो मानसिक और भावनात्मक सुकून प्रदान करता है।
"मैं भी 12 घंटे काम करता हूं": श्रमिकों के प्रति पीएम का समर्पण
पीएम मोदी ने कहा कि वह भारत को 2047 तक एक विकसित देश बनाने की आकांक्षा रखते हैं। उन्होंने बताया कि मजदूरों और किसानों की मेहनत को देखकर उन्हें प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा, "अगर आप 10 घंटे काम करते हैं, तो मुझे 11 घंटे काम करना चाहिए। अगर आप 11 घंटे काम करते हैं, तो मुझे 12 घंटे काम करना चाहिए।"
उन्होंने यह भी कहा कि उनके लिए भारत के 140 करोड़ नागरिक ही उनका परिवार हैं, और इसी कारण वह निरंतर अधिक मेहनत करते हैं।
गरीबों के लिए आवास और बुनियादी सुविधाएं
पीएम मोदी ने भारत में चल रहे विकास कार्यक्रमों का उल्लेख करते हुए बताया कि उनके लिए विकास का मतलब केवल आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है, बल्कि गरीबों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा, "अब तक 4 करोड़ पक्के घर बनाकर गरीबों को दिए जा चुके हैं, जिसमें करीब 15-16 करोड़ लोग रह रहे हैं।"
उन्होंने हर घर में शौचालय, स्वच्छ पानी, और बिजली जैसी सुविधाएं पहुंचाने के लिए सरकार के प्रयासों की जानकारी दी। पीएम ने कहा कि गरीब की गरिमा और सम्मान सुनिश्चित करना उनकी प्राथमिकता है।
कुवैत में मिला गार्ड ऑफ ऑनर
कुवैत दौरे के दूसरे दिन पीएम मोदी को कुवैत के बयान पैलेस में गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया। इस दौरान कुवैत के अमीर शेख अल सबा भी उपस्थित रहे। यह दौरा ऐतिहासिक था क्योंकि 43 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने पहली बार कुवैत का दौरा किया। इससे पहले, 1981 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कुवैत की यात्रा की थी।
भारतीय श्रमिकों की आकांक्षाओं को बल
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय श्रमिक अपने गांवों और शहरों के विकास का सपना देखते हैं, और यही आकांक्षा भारत की ताकत है। उन्होंने भारतीय प्रवासियों की मेहनत और योगदान को सराहते हुए उन्हें देश के विकास की प्रक्रिया का अहम हिस्सा बताया।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कुवैत दौरा न केवल भारतीय श्रमिकों के साथ संवाद का प्रतीक था, बल्कि भारत और कुवैत के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों की पुष्टि भी करता है। पीएम मोदी का श्रमिकों के प्रति समर्पण और विकास की उनकी दृष्टि यह दर्शाती है कि वे हर नागरिक की भलाई और सम्मान को प्राथमिकता देते हैं। उनका यह दौरा भारतीय प्रवासियों के लिए प्रेरणा और गर्व का विषय बना।