IND vs NZ: भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले जा रहे तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला बेहद रोमांचक स्थिति में पहुंच गया है। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक जहां भारतीय टीम अपनी पहली पारी में 263 रन बनाकर सिमट गई और कीवी टीम के मुकाबले 28 रनों की मामूली बढ़त हासिल कर ली, वहीं दूसरी पारी में न्यूजीलैंड ने 9 विकेट के नुकसान पर 171 रन बनाकर 143 रनों की बढ़त प्राप्त कर ली थी। इस प्रकार, चौथी पारी में भारत को लगभग 150 रनों का लक्ष्य मिलने की संभावना है, जो पिच के वर्तमान हालात को देखते हुए काफी चुनौतीपूर्ण माना जा रहा है।
वानखेड़े स्टेडियम पर 150 से अधिक रनों का सफल पीछा - एक दुर्लभ उपलब्धि
मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम की पिच पर चौथी पारी में लक्ष्य का पीछा करना ऐतिहासिक रूप से कठिन साबित हुआ है। अब तक सिर्फ एक बार ही किसी टीम ने यहां चौथी पारी में 150 से अधिक रनों का सफलतापूर्वक पीछा किया है। यह उपलब्धि साल 2000 में साउथ अफ्रीका ने हासिल की थी, जब उन्होंने भारत के खिलाफ 163 रनों का लक्ष्य सफलतापूर्वक पार किया था। इसके बाद 2004 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए मुकाबले में चौथी पारी में ऑस्ट्रेलिया को 107 रनों का लक्ष्य मिला था, लेकिन वे सिर्फ 93 रन ही बना सके। इस पिच पर खासतौर पर स्पिन गेंदबाजों का दबदबा रहता है, ऐसे में भारतीय टीम के लिए चौथी पारी में जीत का यह लक्ष्य पार करना बेहद मुश्किल काम होने वाला है।
भारतीय टॉप ऑर्डर की जिम्मेदारी होगी भारी
इस टेस्ट सीरीज में अब तक भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन उतना प्रभावशाली नहीं रहा है, जितनी उम्मीद थी। कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गज बल्लेबाजों का बल्ला खामोश नजर आया है। ऐसे में चौथी पारी में इस मुश्किल लक्ष्य का पीछा करने के लिए भारतीय बल्लेबाजी क्रम को एक संगठित और संतुलित प्रदर्शन करना होगा। शुभमन गिल और ऋषभ पंत, जिन्होंने पहली पारी में अर्धशतक लगाए थे, पर एक बार फिर से सभी की नजरें रहेंगी। टीम इंडिया के लिए यह चुनौती आसान नहीं होगी, खासकर इस पिच पर जहां स्पिन गेंदबाजों का खासा असर देखने को मिल रहा है।
अंतिम दिन का खेल न केवल टीम इंडिया के लिए, बल्कि क्रिकेट प्रेमियों के लिए भी रोमांचक होने वाला है।