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Crude Oil Price:कच्चे तेल की कीमत में आया उबाल, पाकिस्तान के बाद किस देश का होगा बुरा हाल?

Crude Oil Price: दुनिया के 50 देशों में इस साल चुनावी माहौल है. ऐसे में अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि पाकिस्तान के बाद ऐसा कौन सा देश होगा जहां पर कच्चे तेल की कीमत में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी? ये सवाल इसलिए भी अहम है क्योंकि पेट्रोल और डीजल के दाम में इजाफा

Crude Oil Price: कच्चे तेल की कीमत में इजाफा होने की वजह से हाल ही में पाकिस्तान में पेट्रोल के दाम में करीब 10 रुपए पाकिस्तान रुपया प्रति लीटर का इजाफा हुआ है. वहीं दूसरी ओर इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दाम 5 महीने के हाई पर पहुंच गए हैं. दुनिया के 50 देशों में इस साल चुनावी माहौल है. ऐसे में अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि पाकिस्तान के बाद ऐसा कौन सा देश होगा जहां पर कच्चे तेल की कीमत में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी?

ये सवाल इसलिए भी अहम है क्योंकि पेट्रोल और डीजल के दाम में इजाफा करने से देश में महंगाई के आंकड़ों में तेजी देखने को मिलती है. खासकर उन देशों में जो कच्चे तेल के आयात पर ही निर्भर हैं. जिसकी वजह से उस देश के सेंट्रल बैंक के सामने मॉनेटरी पॉलिसी को टाइट करना मजबूरी बन जाता है. जिसकी वजह से देश के लोगों को महंगाई के साथ बढ़ी हुई ईएमआई की मार भी झेलनी पड़ती है.

अगर बात भारत की करें तो देश में पेट्रोल और डीजल की कीमत में पिछले महीने करीब 2 साल के बाद 2 रुपए की कटौती की है. वहीं भारत भी लोकसभा चुनाव में एंट्री कर चुका है. जून के पहले हफ्ते में चुनाव के नतीजे आएंगे. तब तक पेट्रोल और डीजल की कीमत में इजाफे के कोई आसार नहीं है. अगर उस दौरान कच्चे तेल की कीमतें 90 डॉलर प्रति लीटर के पार जाती हैं तो ऑयल कंपनियां कीमतों में इजाफा करने का फैसला ले सकती हैं.

वर्ना उन्हें मोटा नुकसान हो सकता है. हाल ही में रिपोर्ट आई है कि पेट्रोलियम कंपनियों की ओर से पेट्रोल और डीजल की कीमत में 2 रुपए प्रति लीटर की कटौती करने से एक साल में 30 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो सकता है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर मौजूदा समय में कच्चे तेल के दाम क्या हो गए हैं और भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत कितनी है?

5 महीने के हाई पर कच्चे तेल के दाम

इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतें 5 महीने के हाई पर पहुंच गई हैं. अगर बात खाड़ी देशों के कच्चे तेल ब्रेंट की बात करें तो 88 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गया है. ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार 0.42 फीसदी की तेजी के साथ 87.79 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. आखिरी बार ये लेवल अक्टूबर 2023 के आखिरी दिनों में देखने को मिला था. दूसरी ओर अमेरिकी क्रूड ऑयल डब्ल्यूटीआई की कीमतें 84 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गई है. 27 सितंबर 2023 के बाद अमेरिकी कच्चे तेल के दाम इस लेवल पर पहुंचे हैं. मौजूदा समय में डब्ल्यूटीआई की कीमत 0.41 फीसदी के इजाफे के साथ 84.05 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. जानकरों की मानें तो डब्ल्यूटीआई के दाम जल्द ही 85 डॉलर प्रति बैरल के लेवल को पार करने वाले हैं. वहीं ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम 90 डॉलर प्रति बैरल को क्रॉस कर सकता है.

अमेरिका और चीन में डिमांड

अमेरिकी वाणिज्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार पर्सनल कंजंप्शन एक्सपेंडिचर (पीसीई) प्राइस इंडेक्स फरवरी के महीने में काफी हद तक कम हुआ. अधिकांश विश्लेषकों ने कहा कि पीसीई प्राइस इंडेक्स में कमी से जून फेड दर में कटौती होनी चाहिए, जिससे आर्थिक विकास को बढ़ावा मिल सकता है और तेल की मांग बढ़ सकती है.

एक आधिकारिक फ़ैक्टरी सर्वेक्षण के अनुसार, चीन में मार्च में मैन्युफैक्चरिंग एक्टिविटी छह महीने में पहली बार बढ़ी. चीन दुनिया का सबसे बड़ा कच्चा तेल इंपोर्टर है. मिज़ुहो में एनर्जी फ्यूचर के निदेशक बॉब यॉगर ने एक नोट में कहा कि चीनी तेल की मांग निश्चित रूप तेल की कीमतों को अगले स्तर तक ले जाने में सक्षम है. उन्होंने कहा कि गर्मियों में गैसोलीन की मजबूत डिमांड और चीन में तेल की मांग में उछाल एक-दो झटके हो सकते हैं जो 100 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंचा सकते हैं.

ये भी हैं कारण

जापान में, केंद्रीय बैंक के एक सर्वे से पता चला है कि बढ़ते पर्यटन और मूल्य वृद्धि से बढ़ते मुनाफे के कारण सर्विस सेक्टर में आशावाद पहली तिमाही में 33 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया.

गोल्डमैन शैक्स के विश्लेषकों ने कहा कि यूरोप में, तेल की मांग अपेक्षा से अधिक मजबूत देखने को मिली थी, जोकि फरवरी में प्रति दिन 100,000 बैरल (बीपीडी) बढ़ गई, जबकि 2024 में 200,000 बीपीडी संकुचन का पूर्वानुमान था.

उद्योग के सूत्रों के अनुसार, आपूर्ति पक्ष पर, शीर्ष तेल निर्यातक सऊदी अरब पिछले महीने मध्य पूर्व बेंचमार्क मजबूत होने के बाद प्रमुख अरब लाइट क्रूड के लिए मई में आधिकारिक बिक्री मूल्य (ओएसपी) बढ़ा सकता है.

रूसी उप प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर नोवाक ने कहा कि संकेत दे दिए हैं कि वह दूसरी तिमाही में भी कच्चे तेल के निश्र्यामत देश की तेल कंपनियां ओपेक+ के अन्य सदस्यों, पेट्रोलियम निर्यात करने की जगह प्रोडक्शन कम कारनेे के बारे में सोच रहे हैं.

यूक्रेन से ड्रोन हमलों ने कई रूसी रिफाइनरियों को नष्ट कर दिया है, जिससे रूस के फ्यूल एक्सपोर्ट में कमी देखने को मिल रही है. लगभग 1 मिलियन बीपीडी रूसी कच्चे तेल की प्रोसेसिंग क्षमता ऑफ़लाइन है.

पाकिस्तान के बाद किसका नंबर

कच्चे तेल की कीमत में इजाफे के बाद पाकिस्तान ने अपने देश में पेट्रोल की कीमत में 10 पीकेआर प्रति लीटर का इजाफा कर दिया है. जिसके बाद वहां पर पेट्रोल के दाम 290 पीकेआर हो गई है. अब निगाहें उन देशों पर आकर टिक गई हैं जो कच्चे तेल के इंपोर्ट पर निर्भर हैं. दुनिया में कई ऐसे देश हैं जोकि कच्चे तेल का इंपोर्ट करते हैं. लेकिन कीमतों में इजाफा होने की वजह से महंगा कच्चा तेल ज्यादा खरीदने में सक्षम नहीं है. जानकारों की मानें तो जिन देशों में चुनाव का माहौल बना हुआ है उन देशों में कच्चे तेल के दाम में कोई इजाफा होने के आसार नहीं है. वहीं जिन देशों में पाकिस्तान की तरह नई सरकारों चुन ली रगई है, वहां पर पेट्रोल और डीजल के दाम में इजाफा किया जा सकता है.

भारत के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल के दाम

  • नई दिल्ली: पेट्रोल रेट: 94.72 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 87.62 रुपए प्रति लीटर
  • कोलकाता: पेट्रोल रेट: 103.94 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 90.76 रुपए प्रति लीटर
  • मुंबई: पेट्रोल रेट: 104.21 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 92.15 रुपए प्रति लीटर
  • चेन्नई: पेट्रोल रेट: 100.75 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 92.34 रुपए प्रति लीटर
  • बेंगलुरु: पेट्रोल रेट: 99.84 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 85.83 रुपए प्रति लीटर
  • चंडीगढ़: पेट्रोल रेट: 94.24 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 82.40 रुपए प्रति लीटर
  • गुरुग्राम: पेट्रोल रेट: 95.19 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 88.05 रुपए प्रति लीटर
  • लखनऊ: पेट्रोल रेट: 94.65 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 87.76 रुपए प्रति लीटर
  • नोएडा: पेट्रोल रेट: 94.83 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 87.96 रुपए प्रति लीटर
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