Central Government:सरकार ये टैक्स हटा सकती है, रिलायंस समेत इस कंपनी को होगा फायदा

09:30 PM Oct 23, 2024 | zoomnews.in

Central Government: भारत के वित्त मंत्रालय ने वर्तमान में देश की टैक्स व्यवस्था का मूल्यांकन करने का निर्णय लिया है, जिसमें खासतौर पर क्रूड ऑयल पर लगने वाले विंडफॉल टैक्स को खत्म करने पर चर्चा चल रही है। यदि सरकार इस टैक्स प्रणाली को समाप्त करती है, तो इसका सीधा लाभ प्रमुख कंपनियों जैसे रिलायंस इंडस्ट्रीज और ओएनजीसी को होगा।

विंडफॉल टैक्स की पृष्ठभूमि

विंडफॉल टैक्स को पहली बार जुलाई 2022 में लागू किया गया था। इसका उद्देश्य उन कंपनियों पर टैक्स लगाना था जो देश में क्रूड ऑयल का उत्पादन करती हैं और उसके बाद इसे अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेहतर मुनाफे के लिए बेचती हैं। इसके अतिरिक्त, इस टैक्स को पेट्रोल, डीजल और एविएशन फ्यूल के निर्यात पर भी लागू किया गया था। यह कदम विशेष रूप से इसलिए उठाया गया क्योंकि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के कारण भारत से रिफाइन किए गए पेट्रोल और डीजल का निर्यात यूरोपीय देशों में तेजी से बढ़ गया था।

वर्तमान स्थिति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सलाहकार तरुण कपूर के अनुसार, स्थानीय स्तर पर उत्पादित क्रूड ऑयल पर लगने वाले विंडफॉल टैक्स को समाप्त करने का विचार इसलिए किया जा रहा है क्योंकि अब यह टैक्स अपनी प्रासंगिकता खो चुका है। 2022 की तुलना में वैश्विक स्तर पर क्रूड ऑयल की कीमतें काफी गिर चुकी हैं, और ऐसे में इस टैक्स का होना अनावश्यक प्रतीत हो रहा है।

कपूर ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह भी बताया कि पेट्रोलियम मंत्रालय ने इस विषय पर वित्त मंत्रालय के साथ चर्चा शुरू कर दी है। यह चर्चा इस बात पर केंद्रित है कि किस प्रकार टैक्स को खत्म करने से घरेलू कंपनियों को लाभ होगा और देश के ऊर्जा क्षेत्र को स्थिरता मिलेगी।

रिलायंस और ओएनजीसी को संभावित लाभ

यदि सरकार विंडफॉल टैक्स को समाप्त करती है, तो इसका सबसे बड़ा लाभ रिलायंस और ओएनजीसी जैसी कंपनियों को होगा। इस टैक्स के खत्म होने से इन कंपनियों के रिफाइनिंग मार्जिन में वृद्धि होगी, जिससे उनका मुनाफा भी बेहतर होने की संभावना है। इससे न केवल इन कंपनियों की वित्तीय स्थिति में सुधार होगा, बल्कि यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए भी सकारात्मक संकेत होगा।

संभावित प्रभाव और भविष्य

यदि वित्त मंत्रालय इस टैक्स को खत्म करने का निर्णय लेता है, तो यह भारत के ऊर्जा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव साबित होगा। इससे न केवल घरेलू उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि भारतीय कंपनियों की प्रतिस्पर्धात्मकता भी बढ़ेगी, विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय बाजार में।

सारांश रूप में, विंडफॉल टैक्स को समाप्त करने का कदम भारतीय सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक निर्णय हो सकता है, जो न केवल ऊर्जा कंपनियों के लिए, बल्कि समग्र अर्थव्यवस्था के लिए भी लाभदायक सिद्ध हो सकता है। इस दिशा में उठाए गए कदमों का भारतीय उद्योग और बाजार पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है, और इससे भारत की ऊर्जा सुरक्षा भी सुदृढ़ होगी।