Israel-Hamas War: इजरायल और हमास के बीच 13 महीने से चल रही भीषण लड़ाई ने गाजा पट्टी को मानवीय संकट के केंद्र में ला दिया है। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि इस संघर्ष में अब तक मरने वालों की संख्या 44,000 से अधिक हो चुकी है। इनमें से आधे से अधिक महिलाएं और बच्चे हैं।
गाजा में हालात बदतर
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि 44,056 लोगों की मौत के अलावा, 104,268 लोग घायल हो चुके हैं। मंत्रालय का कहना है कि यह आंकड़ा वास्तविक संख्या से कम हो सकता है क्योंकि हजारों शव अब भी मलबे के नीचे दबे हुए हैं। गाजा में बुनियादी सुविधाएं नष्ट हो चुकी हैं।
- भोजन और पानी की कमी: लाखों लोगों को पर्याप्त भोजन और स्वच्छ पानी तक नहीं मिल पा रहा है।
- विस्थापन की त्रासदी: भारी संख्या में लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं, जिससे शरणार्थी संकट और गहराता जा रहा है।
इजरायल का दावा और हमास के आतंकवादी हमले
इजरायल ने दावा किया है कि उसने इस जंग के दौरान 17,000 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया है। हालांकि, इस आंकड़े का कोई स्वतंत्र सत्यापन नहीं हुआ है।
यह संघर्ष 7 अक्टूबर, 2023 को उस समय शुरू हुआ, जब हमास के आतंकवादियों ने दक्षिणी इजरायल पर हमला किया। इस हमले में लगभग 1,200 लोग मारे गए, और 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया।
बंधकों का संकट
हमास ने अभी भी लगभग 100 लोगों को गाजा में बंधक बनाकर रखा हुआ है। रिपोर्टों के अनुसार, इनमें से एक-तिहाई की मौत हो चुकी है। बंधकों को रिहा करने की दिशा में अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ता जा रहा है, लेकिन अब तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है।
विनाशकारी मानवीय संकट
गाजा में जारी जंग ने एक भयावह मानवीय संकट पैदा कर दिया है।
- स्वास्थ्य सेवाएं ठप: अस्पतालों में दवाओं और उपकरणों की भारी कमी है। घायल लोगों को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा।
- आधारभूत संरचनाएं नष्ट: गाजा की बिजली, पानी और संचार सुविधाएं लगभग पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी हैं।
- बच्चों और महिलाओं की मौत: मरने वालों में बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं, जो स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भूमिका
संयुक्त राष्ट्र और कई अंतरराष्ट्रीय संगठन इस संघर्ष को समाप्त करने की अपील कर रहे हैं। हालांकि, अब तक शांति प्रयास सफल नहीं हो पाए हैं।
निष्कर्ष
इजरायल और हमास के बीच चल रहा यह संघर्ष न केवल मध्य पूर्व की स्थिरता को खतरे में डाल रहा है, बल्कि यह एक भयानक मानव त्रासदी का रूप ले चुका है। गाजा में हजारों जानें चली गई हैं, लाखों लोग बेघर हो चुके हैं, और बुनियादी जरूरतों का संकट हर दिन गहराता जा रहा है। इस जंग का अंत कब और कैसे होगा, यह सवाल अभी अनुत्तरित है।