Assembly Elections 2024: चुनाव आयोग की आज दोपहर बाद तीन बजे प्रेस कॉन्फेंस होनेवाली है जिसमें विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है। चुनाव आयोग की तरफ से इस प्रेस कॉन्फेंस को लेकर मीडिया को आमंत्रण भेजा गया है। यह प्रेस कॉन्फ्रेंस दिल्ली के विज्ञान भवन में होनेवाली है। माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं।
हरियाणा की विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर को खत्म हो रहा है जबकि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है। निर्वाचन आयोग की जम्मू-कश्मीर में भी विधानसभा चुनाव 30 सितंबर से पहले कराने की योजना है। यह समय सीमा हाईकोर्ट ने तय की है। आयोग ने चुनाव संबंधी तैयारियों का जायजा लेने के लिए हाल में जम्मू-कश्मीर और हरियाणा का दौरा किया था लेकिन उसने महाराष्ट्र का दौरा अभी तक नहीं किया है। अक्सर चुनाव की तारीखों का ऐलान करने से पहले आयोग की टीम संबंधित राज्य का दौरा कर वहां चुनाव से जुड़ी तैयारियों का जायजा लेती है। इसलिए माना जा रहा है कि आयोग जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान कर सकता है।
धारा 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर में पहली बार विधानसभा चुनाव होंगे। इससे पहले साल 2014 में आखिरी बार जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हुआ था। आयोग के मुताबिक उत्तरी कश्मीर के जिलों में चुनाव संपन्न कराना बड़ी चुनौती है। यहां के कई इलाके संवेदनशील हैं।
इसी 9 अगस्त को मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने अपनी टीम के साथ जम्मू-कश्मीर का दौरा किया था. उन्होंने कहा था कि आयोग यहां जल्द से जल्द चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है. सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को जम्मू-कश्मीर में 30 सितंबर 2024 तक विधानसभा चुनाव कराने का निर्देश दिया था. शीर्ष अदालत ने कहा था कि जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा जितना जल्दी हो सके दिया जाए और वहां पर चुनाव कराए जाएं.
J-K में 10 साल पहले हुआ था विधानसभा चुनाव
सूत्रों के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में पांच चरणों में चुनाव कराया जा सकता है. साल 2014 में जम्मू-कश्मीर में आखिरी विधानसभा चुनाव का आयोजन पांच चरणों में हुआ था. चुनाव आयोग के मुताबिक, उत्तरी कश्मीर के जिलों में काफी चुनौतियां हैं. यहां के कई इलाके संवेदनशील माने जा रहे हैं. उत्तरी कश्मीर में अनंतनाग, बारामुला, बुडगाम, बांदीपोर, गांदरबल, कुपवाड़ा, कुलगाम, पुलवामा, शोपियां और श्रीनगर जिले को संवेदनशील माना गया है जबकि दक्षिण कश्मीर में कठुआ, सांबा, रियासी, जम्मू, उधमपुर जैसे जिलों को संवेदनशील माना गया है.