Champions Trophy: जैसे-जैसे चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की तारीख करीब आ रही है, भारतीय क्रिकेट टीम की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अब तक टूर्नामेंट के लिए टीम का आधिकारिक ऐलान नहीं किया है। चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम घोषणा की अंतिम तिथि 12 जनवरी तय की गई है, लेकिन इस बीच सबसे बड़ी चिंता तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की फिटनेस को लेकर है।
बुमराह की फिटनेस बनी चिंता का कारण
जसप्रीत बुमराह ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चोटिल हो गए थे और तब से ही उनकी फिटनेस को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। ताज़ा खबरों के मुताबिक, बुमराह की कमर की चोट पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाई है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में यह कहा गया है कि बुमराह का ग्रुप स्टेज के सभी मैचों में खेलना मुश्किल लग रहा है।
बुमराह को बेंगलुरु स्थित नेशनल क्रिकेट एकेडमी (एनसीए) में रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है। एनसीए में उनकी फिटनेस और रिकवरी प्रक्रिया पर कड़ी नजर रखी जाएगी। हालांकि शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, बुमराह को फ्रैक्चर नहीं है, लेकिन उनकी पीठ में सूजन बनी हुई है, जिससे उनकी वापसी में समय लग सकता है।
टीम इंडिया ने मांगी मोहलत
बीसीसीआई ने आईसीसी से चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम घोषणा की समय सीमा बढ़ाने का अनुरोध किया है। टीम मैनेजमेंट को उम्मीद थी कि बुमराह ग्रुप स्टेज मैचों तक फिट हो जाएंगे, लेकिन अब लग रहा है कि उनकी वापसी में और देरी हो सकती है।
ग्रुप स्टेज में नहीं खेल पाएंगे बुमराह?
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आयोजन 19 फरवरी से शुरू होगा, जिसमें दुनिया की शीर्ष आठ वनडे टीमें भाग लेंगी। भारतीय टीम का पहला मुकाबला 20 फरवरी को बांग्लादेश के खिलाफ कराची में होगा। इसके बाद 23 फरवरी को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा मुकाबला रावलपिंडी में खेला जाएगा। भारत का तीसरा ग्रुप मैच 2 मार्च को न्यूजीलैंड के खिलाफ दुबई में होगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बुमराह की चोट की वजह से उनका इन तीनों ग्रुप मैचों में खेलना संदिग्ध है। बीसीसीआई सूत्रों ने बताया कि अगर उनकी फिटनेस में सुधार होता है तो वह नॉकआउट चरण के लिए उपलब्ध हो सकते हैं। लेकिन ग्रुप स्टेज में उनके बाहर रहने की स्थिति में टीम इंडिया को नई रणनीति बनानी होगी।
एनसीए में चलेगा रिहैब प्रोग्राम
बुमराह को जल्द ही एनसीए में तीन सप्ताह के रिहैब प्रोग्राम में शामिल किया जाएगा। बीसीसीआई सूत्रों के अनुसार, उनकी रिकवरी प्रक्रिया को लगातार मॉनिटर किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वह जल्द से जल्द मैदान पर वापसी कर सकें।
हालांकि बुमराह की वापसी को लेकर कोई निश्चित तारीख तय नहीं की गई है, लेकिन बीसीसीआई को उम्मीद है कि वह मार्च के पहले सप्ताह तक पूरी तरह फिट हो जाएंगे।
भारतीय गेंदबाजी आक्रमण पर प्रभाव
अगर बुमराह चैंपियंस ट्रॉफी के ग्रुप स्टेज में नहीं खेलते हैं, तो भारतीय टीम की गेंदबाजी पर बड़ा असर पड़ सकता है। बुमराह के बिना भारतीय गेंदबाजी आक्रमण की धार कमज़ोर पड़ सकती है। ऐसे में मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज और उमरान मलिक जैसे गेंदबाजों पर अतिरिक्त जिम्मेदारी आ जाएगी।
बुमराह की गैरमौजूदगी में विकल्प
टीम इंडिया के पास बुमराह की अनुपस्थिति में कुछ विकल्प मौजूद हैं। मोहम्मद शमी और सिराज ने हाल के दिनों में अच्छा प्रदर्शन किया है। इसके अलावा युवा तेज गेंदबाज उमरान मलिक अपनी तेज रफ्तार से विपक्षी टीमों को परेशान कर सकते हैं। लेकिन बुमराह की जगह भर पाना आसान नहीं होगा क्योंकि वह टीम के सबसे अनुभवी और विश्वसनीय गेंदबाजों में से एक हैं।
फैंस की उम्मीदें और टीम इंडिया की चुनौती
भारतीय फैंस को चैंपियंस ट्रॉफी में जसप्रीत बुमराह की वापसी का बेसब्री से इंतजार है। बुमराह की मौजूदगी भारतीय गेंदबाजी आक्रमण को मजबूती देती है और बड़े मैचों में उनकी भूमिका बेहद अहम होती है। लेकिन अगर वह ग्रुप स्टेज के मुकाबलों में नहीं खेलते हैं, तो टीम इंडिया को अपने बाकी गेंदबाजों पर भरोसा जताना होगा।
बीसीसीआई और टीम मैनेजमेंट के लिए यह एक बड़ा सिरदर्द बन गया है कि जसप्रीत बुमराह जैसे मैच-विनर खिलाड़ी की गैरमौजूदगी में टीम की रणनीति कैसी हो। ऐसे में आने वाले दिनों में बुमराह की फिटनेस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।
निष्कर्ष
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 भारतीय टीम के लिए एक महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है, लेकिन जसप्रीत बुमराह की फिटनेस को लेकर चल रही चिंताएं टीम की तैयारियों को प्रभावित कर रही हैं। अगर बुमराह ग्रुप स्टेज से बाहर रहते हैं, तो भारतीय टीम को अपने गेंदबाजी आक्रमण को पुनः व्यवस्थित करना होगा। टीम इंडिया के पास अभी भी कुछ विकल्प मौजूद हैं, लेकिन बुमराह की वापसी न केवल टीम के लिए बल्कि फैंस के लिए भी बड़ी राहत होगी।