Rajasthan News: राजस्थान के कोटा शहर में एक गंभीर घटना सामने आई है जिसमें राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के साथ छेड़छाड़ की गई है। सोमवार को सुबह 11 बजे कोटा के अनंतपूरा थाना क्षेत्र में अनंतपूरा कोटा झालावाड़ हाईवे पर एक जुलूस के दौरान तिरंगे पर चांद-तारे लगाए गए। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें स्पष्ट रूप से तिरंगे पर चांद-तारे देखे जा सकते हैं।
घटना का विवरण
सोमवार की सुबह कोटा के अनंतपूरा क्षेत्र में एक जुलूस निकाला जा रहा था, जिसके दौरान तिरंगे के ऊपर चांद-तारे लगाए गए। यह कृत्य न केवल तिरंगे के सम्मान के खिलाफ है, बल्कि देश के प्रति अपमानजनक भी माना जा रहा है। घटना के बाद, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में अशफाक, अमन, और अमन अली शामिल हैं। इसमें अशफाक जुलूस का संयोजक था और इसी ने झंडे पर अन्य चिह्न बनाए थे।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में मामला दर्ज कर लिया है और दोषियों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कदम उठाए जा रहे हैं। राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार किए गए लोगों को न्यायालय में पेश किया है और मामले की जांच जारी है।
शिक्षा मंत्री का बयान
राजस्थान सरकार के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इस घटना पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा, "कोटा में बारावफात के जुलूस के दौरान राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का अपमान करने और तिरंगे में अशोक चक्र के स्थान पर चांद-तारा लगाकर जुलूस में शामिल करने की घटना अत्यंत निंदनीय एवं आपत्तिजनक है।"
उन्होंने आगे कहा, "इस गंभीर मामले के संदर्भ में कोटा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक को कठोर निर्देश प्रेषित किए गए हैं कि वे अविलंब दोषी व्यक्तियों की पहचान करें तथा उनके विरुद्ध दृढ़ कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करें। साथ ही, राज्य के पुलिस महानिदेशक को भी इस प्रकरण को परम गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए दोषियों के विरुद्ध कठोरतम दंडात्मक कार्यवाही हेतु स्पष्ट एवं सुनिश्चित निर्देश प्रदान किए गए हैं।"
निष्कर्ष
यह घटना तिरंगे के सम्मान और राष्ट्रीय एकता के प्रति लोगों की संवेदनशीलता की एक गंभीर परीक्षा है। सरकार और प्रशासन की ओर से की जा रही त्वरित कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि तिरंगे के अपमान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस घटना ने एक बार फिर से देश में राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सम्मान बनाए रखने की आवश्यकता को रेखांकित किया है। अब देखना होगा कि दोषियों के खिलाफ की गई कार्रवाई न्याय की किस दिशा में जाती है और समाज में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए आगे क्या कदम उठाए जाते हैं।