Lok Sabha Election: कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने पार्टी के बैंक खातों को 'फ्रीज' (लेनदेन पर रोक) किए जाने के मुद्दे पर गुरुवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कांग्रेस को आर्थिक रूप से पंगु बनाने का सुनियोजित प्रयास किया जा रहा है। सोनिया गांधी ने नई दिल्ली में हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘प्रधानमंत्री द्वारा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को आर्थिक रूप से पंगु बनाने का सुनियोजित प्रयास किया जा रहा है। जनता से एकत्रित धन को रोका जा रहा है और हमारे खातों से जबरन पैसा छीना जा रहा है।’
‘चुनावी बॉण्ड से बीजेपी को फायदा हुआ’
सोनिया ने कहा, ‘इन सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी, हम अपने चुनाव अभियान की प्रभावशीलता को बनाए रखने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं। एक तरफ 'चुनावी बॉण्ड' का मुद्दा है, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने असंवैधानिक करार दिया है। जैसा कि सभी जानते हैं, चुनावी बॉण्ड से बीजेपी को भारी और बड़े पैमाने पर फायदा हुआ है। दूसरी ओर, प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस की वित्तीय स्थिति पर लगातार हमले हो रहे हैं। हम सभी का मानना है कि यह अभूतपूर्व और अलोकतांत्रिक है।’
मल्लिकार्जु खरगे भी सरकार पर बरसे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ‘लोकतंत्र के लिए चुनाव अनिवार्य होता है, साथ ही यह भी आवश्यक है कि सभी राजनीतिक दलों के लिए समान अवसर वाली स्थिति हो। ये नहीं कि जो सत्ता में हैं, संसाधनों पर उनका एकाधिकार हो और देश की संस्थाओं पर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से उनका नियंत्रण हो। सुप्रीम कोर्ट ने जिस चुनावी चंदे की योजना को अवैध व असंवैधानिक कहा, उस योजना के तहत बीजेपी ने हजारों-करोड़ रुपए अपने बैंक खातों में भर लिए हैं। वहीं, दूसरी तरफ मुख्य विपक्षी दल (कांग्रेस) के बैंक खातों से लेनदेन पर रोक लगा दी गई, ताकि हम पैसों के अभाव में बराबरी के साथ चुनाव न लड़ पाएं।’
LIVE: Press briefing by CPP Chairperson Smt. Sonia Gandhi ji, Congress President Shri @kharge and Shri @RahulGandhi at AICC HQ. https://t.co/ZfYNcfWjbf
— Congress (@INCIndia) March 21, 2024
राहुल गांधी ने कहा, लोकतंत्र ही ‘फ्रीज’ हो गया
खरगे ने आरोप लगाया कि यह सत्ताधारी दल द्वारा खेला गया एक खतरनाक खेल है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया कि देश में लोकतंत्र नहीं बचा है और कांग्रेस पार्टी के खातों को नहीं बल्कि लोकतंत्र को ‘फ्रीज’ कर दिया गया है। कांग्रेस नेताओं ने संवैधानिक संस्थाओं से अपील की कि निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए कांग्रेस को बैंक खातों से लेनदेन की अनुमति दी जाए।