Asaduddin Owaisi News: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बहराइच एनकाउंटर पर कड़ा बयान देते हुए यूपी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने योगी आदित्यनाथ सरकार की 'ठोक दो' नीति को संविधान के खिलाफ बताया। ओवैसी ने कहा कि इस नीति से कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और इसे बंदूक से नहीं, बल्कि संविधान से चलाने की आवश्यकता है।
ओवैसी ने बहराइच हिंसा के आरोपियों के एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस को कानून के जरिए सजा दिलाने की कोशिश करनी चाहिए थी, न कि एनकाउंटर का सहारा लेना चाहिए। उन्होंने इस एनकाउंटर को लेकर पुलिस पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि जिन लोगों को गोली लगी, उनसे पूछताछ का तरीका संदिग्ध था। ओवैसी ने इसे एक "नेटफ्लिक्स पिक्चर" की तरह का नाटक करार दिया, जहां आरोपी खुद अपनी गलती स्वीकार कर रहे थे।
#WATCH | Hyderabad, Telangana: On Bahraich encounter, AIMIM Chief Asaduddin Owaisi says, "This is an example of UP CM's policy of 'Thok Do' has been going on for the last few years. We have been saying multiple times to the BJP, PM Modi and UP CM that this policy of 'Thok Do' is… pic.twitter.com/3L4jcoUV3A
— ANI (@ANI) October 18, 2024
ओवैसी ने व्यंग्यात्मक रूप से कहा कि अगर एनकाउंटर करने वाले इतने कुशल हैं, तो उन्हें ओलंपिक में भेजा जाना चाहिए ताकि देश के लिए गोल्ड मेडल जीत सकें। उन्होंने योगी आदित्यनाथ से अपील की कि वे उत्तर प्रदेश को संविधान के आधार पर चलाएं और पुलिस की 'ठोक दो' नीति को समाप्त करें।
बहराइच हिंसा के संदर्भ में उन्होंने यह भी कहा कि राम गोपाल की हत्या निंदनीय है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि आरोपियों को गोली मार दी जाए। उन्होंने यह भी सवाल किया कि अब तक कितने लोगों को इस हिंसा के लिए गिरफ्तार किया गया है और पुलिस की कार्रवाइयों में कितनी पारदर्शिता है।
ओवैसी का यह बयान बीजेपी और योगी सरकार की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाता है, और उनके अनुसार, संविधान की अनदेखी कर सरकार कानून की आड़ में एनकाउंटर की नीति अपना रही है।