PM Modi Ukraine Tour: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूक्रेन यात्रा के दौरान एक भावुक क्षण देखने को मिला जब भारतीय पीएम और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की दोनों की आंखों में आंसू थे। यह पल रूस-यूक्रेन युद्ध की त्रासदी को व्यक्त करता है, जिससे दुनिया भर के लोग प्रभावित हुए।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की और पीएम मोदी ने कीव में शहीद प्रदर्शनी का दौरा किया, जो उन बच्चों की याद में थी जो युद्ध के दौरान मारे गए थे। पीएम मोदी ने युद्ध को विशेष रूप से बच्चों के लिए विनाशकारी बताया और शोकसंतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। दोनों नेताओं ने शांति की आवश्यकता की बात की और युद्ध में मारे गए बच्चों की याद में खिलौने अर्पित किए। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इसे साझा करते हुए कहा, "हर बच्चे को सुरक्षा का हक है। हमें इसे सुनिश्चित करना चाहिए।
यूक्रेन संघर्ष मारे गए बच्चों के लिए विशेष रूप से श्रद्धांजलि देते वक्त दोनों नेता भावुक हो गए। प्रधानमंत्री मोदी ने इस युद्ध को विशेषकर इसमें मारे गए बच्चों के लिए विनाशकारी बताया। यूक्रेन में पीएम मोदी के दौरे के दौरान उसके कई शहरों में चल रहे संघर्ष में अपनी जान गंवाने वाले बच्चों की याद में शहीद प्रदर्शनी का तैयार की गई थी। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के साथ कीव में बच्चों पर शहीद प्रदर्शनी में श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा, " यह संघर्ष विशेष रूप से छोटे बच्चों के लिए विनाशकारी है"। रूस और यूक्रेन पिछले 2.5 वर्षों से अधिक समय से युद्ध ग्रस्त हैं।
मार्टिरोलॉजिस्ट प्रदर्शनी उन बच्चों की याद में बनाई गई थी, जिन्होंने यूक्रेन के कई शहरों में चल रहे संघर्ष में अपनी जान गंवा दी है। प्रधानमंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "मेरी संवेदनाएं उन बच्चों के परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने इस युद्ध में अपनी जान गंवाई और मैं प्रार्थना करता हूं कि उन्हें अपना दुख सहने की शक्ति मिले। इसके बाद दोनों नेताओं ने रूस-यूक्रेन युद्ध का शांति से समाधान खोजने को लेकर वार्ता की। इसके बाद भारत ने दोनों देशों को आपस में बातचीत करने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति ने युद्ध में मारे गए बच्चों की याद में खिलौना रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने एक्स पर एक वीडियो साझा करके लिखा, "हर देश में बच्चे सुरक्षा में रहने के हकदार हैं। हमें इसे संभव बनाना चाहिए।"