Supreme Court:देश के अगले CJI होंगे जस्टिस संजीव खन्ना, 11 नवंबर को संभालेंगे पद

07:31 AM Oct 25, 2024 | zoomnews.in

Supreme Court: भारत के सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ जज, जस्टिस संजीव खन्ना, देश के 51वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में नियुक्त किए गए हैं। उन्हें गुरुवार को आधिकारिक तौर पर इस पद पर नियुक्त किया गया। जस्टिस खन्ना 11 नवंबर 2024 को शपथ लेंगे, जबकि वर्तमान CJI डीवाई चंद्रचूड़ एक दिन पहले, 10 नवंबर को अपने पद से सेवानिवृत्त होंगे। डीवाई चंद्रचूड़ ने 8 नवंबर 2022 को सीजेआई का पदभार संभाला था और उनका कार्यकाल एक वर्ष तक रहा। जस्टिस संजीव खन्ना का मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यकाल छह महीने से कुछ अधिक होगा और वह अगले साल 13 मई 2025 को सेवानिवृत्त होंगे।

कानून मंत्री का सोशल मीडिया पर ऐलान

देश के कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर इस ऐतिहासिक नियुक्ति की जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा, "भारत के संविधान द्वारा दी गई शक्ति का इस्तेमाल करते हुए देश की राष्ट्रपति, सीजेआई से परामर्श के बाद सुप्रीम कोर्ट के जज संजीव खन्ना को 11 नवंबर 2024 से देश के प्रधान न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करती हैं।" इस घोषणा के बाद कानूनी क्षेत्र में जस्टिस खन्ना की नियुक्ति को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।

सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने की थी सिफारिश

मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में जस्टिस खन्ना का नाम प्रस्तावित किया था। कुछ दिनों पहले उन्होंने केंद्र सरकार को इस संबंध में पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने जस्टिस खन्ना को अगला सीजेआई बनाने की सिफारिश की थी। चंद्रचूड़ की इस सिफारिश को केंद्र सरकार ने स्वीकार कर लिया, और इस तरह जस्टिस खन्ना की नियुक्ति की आधिकारिक घोषणा हुई। जनवरी 2019 में जस्टिस संजीव खन्ना को दिल्ली हाई कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नत किया गया था, और तब से लेकर अब तक उन्होंने कई महत्वपूर्ण मामलों में फैसले दिए हैं।

जस्टिस संजीव खन्ना का परिचय

जस्टिस संजीव खन्ना का जन्म 14 मई 1960 को हुआ था। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के कैंपस लॉ सेंटर से कानून की पढ़ाई की। साल 1983 में उन्होंने दिल्ली बार काउंसिल में वकील के रूप में अपना पंजीकरण कराया और अपने करियर की शुरुआत की। शुरुआती दिनों में उन्होंने दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में प्रैक्टिस की और बाद में हाई कोर्ट में काम करना शुरू किया। जस्टिस खन्ना ने 14 साल तक दिल्ली हाई कोर्ट में जज के रूप में कार्य किया और उन्हें 2019 में सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नति मिली।

जस्टिस खन्ना को अपने लंबे और प्रभावी करियर के दौरान कानूनी क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए जाना जाता है। वह 17 जून 2023 से 25 दिसंबर 2023 तक सुप्रीम कोर्ट लीगल सर्विस कमेटी के अध्यक्ष भी रहे, जहां उन्होंने न्यायिक सेवाओं को अधिक सुलभ और प्रभावी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

उनके कार्यकाल से क्या उम्मीदें?

जस्टिस संजीव खन्ना का कार्यकाल लगभग छह महीने का होगा, जिसमें वह कई महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई करेंगे। उनका अनुभव और कानूनी ज्ञान न्यायपालिका के लिए एक मार्गदर्शक साबित हो सकता है। उनकी नियुक्ति से यह स्पष्ट है कि वह न्यायपालिका में पारदर्शिता और न्यायिक सुधारों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

जस्टिस खन्ना की नियुक्ति से कानूनी समुदाय और देश के नागरिकों को यह उम्मीद है कि वह न्यायपालिका के उच्च मानकों को बनाए रखते हुए न्यायिक स्वतंत्रता और निष्पक्षता को प्राथमिकता देंगे।