+

Rajasthan Politics:सलूंबर विधायक अमृतलाल मीणा का उदयपुर में निधन, आदिवासी नेता के तौर पर पहचान थी

Rajasthan Politics: सीने में दर्द उठने के बाद अमृतलाल मीणा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया था। डॉक्टरों ने शुरुआती जांच के बाद उन्हें एमबी हॉस्पिटल रेफर कर दिया था। हालांकि, उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।

Rajasthan Politics: सलूंबर विधायक अमृतलाल मीणा का बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात निधन हो गया। उन्होंने 65 वर्ष की उम्र में आखिरी सांस ली। उनकी मौत की वजह हार्ट अटैक बताई जा रही है। देर रात हार्ट अटैक के बाद विधायक मीना को एमबी हॉस्पिटल लाया गया था। यहां जांच के बाद चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सलूंबर में हार्ट अटैक की सूचना भाजपा कार्यकर्ताओं सहित आम जन में शोक की लहर है।

विधायक अमृतलाल मीना उदयपुर शहर के सेक्टर 14 स्थित निवास पर एक कार्यक्रम में शिरकत कर रहे थे। इसी दौरान सीने में दर्द उठने के बाद अमृतलाल मीणा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया था। डॉक्टरों ने शुरुआती जांच के बाद उन्हें एमबी हॉस्पिटल रेफर कर दिया था। हालांकि, उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। उनका शव एमबी हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया गया है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौर सहित कई नेताओं ने उनकी मौत पर शोक जाहिर किया है।

मदन राठौर ने लिखा "भाजपा परिवार के वरिष्ठ सदस्य एवं सलूंबर से विधायक अमृतलाल मीणा जी के आकस्मिक निधन का समाचार सुन स्तब्ध हूं। अमृतलाल जी ने आजीवन संगठन की विचाराधारा को प्रसारित किया तथा जनहित के मुद्दे उठाए। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति व शोकाकुल परिजनों को यह गहन पीड़ा सहन करने की शक्ति प्रदान करें।।।ॐ शांति।।"

तीसरी बार बने थे विधायक

अमृतलाल मीणा भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर तीसरी बार विधायक चुने गए थे। उन्होंने लगातार क्षेत्र के लोगों के लिए काम किया। उनका सरल स्वभाव और कर्मठता ही थी कि उन्हें लगातार पार्टी टिकट देती रही और जनता भी उन्हें लगातार अपना नेता चुनती रही। वह सजगता के साथ क्षेत्र के मुद्दे उठाते थे। उदयपुर को भारतीय जनता पार्टी का गढ़ माना जाता है। इस गढ़ को मजबूत करने के लिए अमृतलाल ने काफी मेहनत की।

पत्नी के कारण जाना पड़ा था जेल

साल 2021 में अमृतलाल मीणा को 10 दिन से ज्यादा समय जेल में रहना पड़ा था। दरअसल, 2015 में अमृतलाल मीणा की पत्नी शांता देवी सेमारी से सरपंच का चुनाव जीती थीं। शांता देवी की प्रतिद्वंदी उम्मीदवार सुगना देवी ने उनके खिलाफ फर्जी मार्कशीट को लेकर शिकायत दर्ज कराई।

सीबीसीआईडी की जांच में मार्कशीट फर्जी पाई गई। अमृतलाल मीणा ने बतौर अभिभावक पत्नी की पांचवीं की मार्कशीट पर साइन किए थे। इसलिए उन्हें आरोपी बनाया गया था। सुगना देवी की शिकायत के बाद मामला स्थानीय कोर्ट और फिर मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा। सुप्रीम कोर्ट ने विधायक अमृतलाल मीणा को मामले में 3 सप्ताह में स्थानीय कोर्ट में सरेंडर करने के आदेश दिए। न्यायालय ने मीणा की जमानत याचिका खारिज करते हुए उन्हें जेल भेज दिया था।

अब 6 सीटों पर होंगे उपचुनाव

अमृतलाल मीणा के निधन के बाद बीजेपी विधायकों की संख्या 114 रह गई है। विधानसभा में अब कुल 6 सीटें खाली हो गई हैं जिन पर उपचुनाव होंगे। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में 5 विधायक सांसद का चुनाव जीते थे। जिनमें 3 कांग्रेस, 1 RLP और 1 BAP से हैं।

राजस्थान विधानसभा में 200 विधायक एक साथ नहीं रहने का संयोग भी लंबे समय से चल रहा है। किसी न किसी वजह से ऐसा हुआ है जब यह संख्या पूरी नहीं रही। कभी विधायकों के निधन, कभी इस्तीफे या कभी जेल जाने के कारण 200 विधायक एक साथ नहीं रहे।

facebook twitter