Vladimir Putin News: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कजाकिस्तान में हुए अजरबैजानी विमान हादसे के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है। इस त्रासदपूर्ण घटना ने 38 लोगों की जान ले ली और 29 लोग घायल हो गए। पुतिन ने अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव से फोन पर बातचीत में इस घटना को लेकर गहरी संवेदना व्यक्त की और इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
विमान हादसे की पृष्ठभूमि
यह हादसा बुधवार को तब हुआ, जब अजरबैजान का विमान बाकू से चेचन्या की राजधानी ग्रोजनी के लिए उड़ान भरने के बाद कजाकिस्तान में उतरने की कोशिश कर रहा था। उड़ान के दौरान, विमान के मार्ग को अचानक बदल दिया गया और लैंडिंग के प्रयास के दौरान यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दुर्घटना के बाद विमान में आग लग गई, जिससे मौके पर ही कई लोगों की मौत हो गई।
क्रेमलिन का आधिकारिक बयान
रूसी राष्ट्रपति कार्यालय, क्रेमलिन, ने शनिवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि यह घटना उस समय हुई जब ग्रोजनी के पास वायु रक्षा प्रणाली सक्रिय थी। क्रेमलिन ने यह स्पष्ट करने से परहेज किया कि विमान रूसी वायु रक्षा प्रणाली का निशाना बना। हालांकि, बयान में बताया गया कि यूक्रेनी ड्रोन हमलों के कारण वायु रक्षा प्रणाली सतर्क थी। पुतिन ने माफी मांगते हुए इस बात पर जोर दिया कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना रूसी हवाई क्षेत्र में हुई, जिससे गहरी संवेदनाएं जुड़ी हैं।
अधिकारियों का बयान और जांच की स्थिति
कजाकिस्तान के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि विमान में 67 लोग सवार थे। हादसे में से 38 लोगों की जान चली गई, जबकि बाकी यात्रियों को बचा लिया गया। अजरबैजान के अभियोजक जनरल कार्यालय ने बताया कि जांचकर्ता दुर्घटना की गहराई से जांच कर रहे हैं। शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, विमान के पिछले हिस्से में हुए छेदों से यह संकेत मिला है कि यह घटना रूसी वायु रक्षा प्रणाली और यूक्रेनी ड्रोन हमलों के बीच हुई गतिविधियों का परिणाम हो सकती है।
हादसे के संभावित कारण
विमानन विशेषज्ञों का मानना है कि हादसे की वजह यूक्रेनी ड्रोन हमलों से बचने के लिए रूसी वायु रक्षा प्रणाली द्वारा की गई कार्रवाई हो सकती है। हालांकि, आधिकारिक जांच जारी है और दुर्घटना के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए विशेषज्ञ अपनी रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
यह घटना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गई है। पुतिन की माफी और उनके संवेदनशील रवैये को कुछ देशों ने सकारात्मक रूप से लिया है, जबकि कुछ ने इसे रूस की वायु रक्षा प्रणाली की चूक माना है।
इस हादसे ने विमानन सुरक्षा और वायु क्षेत्र में सक्रिय रक्षा प्रणालियों के समन्वय की महत्वपूर्ण आवश्यकता को एक बार फिर उजागर किया है। आगे की जांच से यह स्पष्ट होगा कि इस त्रासदी के पीछे असली कारण क्या थे।